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    पुणे: सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी (Savitribai Phule Pune University) और पुणे महानगरपालिका  (Pune Municipal Corporation) के संयुक्त तत्वावधान में स्वच्छ टेक्नोलॉजी चैलेंज (Swachh Technology Challenge) नामक स्टार्टअप स्पर्धा (Startup Competition) आयोजित की गई है। कचरा, प्लास्टिक हटाना, गंदे पानी की निकासी जैसी सामाजिक समस्याओं के हल ढूंढने के लिए स्पर्धा आयोजित की गई है।

    स्वच्छ भारत अभियान में स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 का एक हिस्सा  स्वच्छ टेक्नोलॉजी है। स्पर्धा के विजेताओं को 10 हजार से लेकर 5 लाख रुपए तक के पुरस्कार दिए जाएंगे। स्पर्धा के विजेताओं को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित स्पर्धा में शामिल होने का अवसर मिलेगा।

    चार संकल्पनाओं पर आधारित स्पर्धा

    पुणे महानगरपालिका के उपायुक्त अजीत देशमुख ने कहा कि यह चैलेंज समाज का सहयोग (सोशल इन्क्लूजन), जीरो कचरा प्रबंधन (जीरो डंप), प्लास्टिक कचरे का प्रबंधन (प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट) और पारदर्शिता (ट्रांसपरेंसी) जैसी चार संकल्पनाओं पर आधारित है। कुलगुरु डॉ. नितिन करमलकर ने कहा कि यूनिवर्सिटी के माध्यम से आटोमोटिव आटोमेशन, पानी और गंदे पानी की निकासी, खेती, स्वास्थ्य, भौतिक विज्ञान आदि क्षेत्रों में काम किया जा रहा है। इनमें कई उपघटक शामिल हैं।

    5 मिनट के वीडियो में पेश करना जरूरी

    स्पर्धा में राष्ट्रीय स्तर पर जाने वाले विजेताओं के लिए प्रथम पुरस्कार पांच लाख रुपए, द्वितीय पुरस्कार ढ़ाई लाख रुपए, तीसरा पुरस्कार डेढ़ लाख रुपए और चौथा पुरस्कार एक लाख रुपए का होगा। जबकि पांचवा पुरस्कार 75 हजार रुपए का होगा। स्पर्धा सभी के लिए खुली है। इच्छुक अपनी नई कल्पना 5 से 6 स्लाइडों में और 5 मिनट का वीडिओ से बनाना है।