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    पुणे: महाराष्ट्र शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 (महाराष्ट्र टीईटी) में धांधली करने के आरोप में पुलिस (Police) ने महाराष्ट्र स्टेट काउंसिल ऑफ एग्जामिनेशन (MSCE) के कमिश्नर को गिरफ्तार किया है। पुणे शहर (Pune City) के पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता (Police Commissioner Amitabh Gupta) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एमएससीई कमिश्नर तुकाराम सुपे (MSCE Commissioner Tukaram Supe) के गिरफ़्तारी की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि एमएससीई के कमिश्नर तुकाराम सुपे को पुणे पुलिस की साइबर सेल ने टीईटी परीक्षा (TET Exam) में गड़बड़ी के आरोप में गिरफ्तार (Arrested) किया है।

    पुलिस  के मुताबिक, टीईटी परीक्षा करवाने का ठेका जी. ए. सॉफ्टवेयर कंपनी को दी गयी थी और  महाराष्ट्र टीईटी में गड़बड़ी की बात तब सामने आयी, जब महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (म्हाडा) भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच चल रही थी। मामले में पुलिस ने जी. ए. सॉफ्टवेयर कंपनी के संचालक प्रीतिश देशमुख, उसके दो साथी एजेंट संतोष हरकल और अंकुश हरकल से पूछताछ में खुलासा हुआ कि इन्होंने एमएससीई कमिश्नर तुकाराम सुपे और शिक्षा विभाग के सलाहकार पद पर कार्यरत अभिषेक सावरीकर की मदद से 2019-20 के टीईटी परीक्षार्थियों से पैसे लेकर उनके मार्कशीट में हेरफेर कर अपात्र परीक्षार्थियों को भी पात्र किया। 

    कबूल किया जुर्म 

    जानकरी मिलने के बाद 16 दिसंबर को पुणे पुलिस की साइबर सेल तुकाराम सुपे और अभिषेक सावरीकर को पूछताछ के लिए साइबर पुलिस थाने में बुलाकर पूछताछ की। पूछताछ में दोनों अधिकारीयों ने जी. ए. सॉफ्टवेयर कंपनी के संचालक प्रीतिश देशमुख, उसके दो साथी एजेंट संतोष हरकल और अंकुश हरकल के साथ मिलकर परीक्षार्थियों से पैसे लेकर उनके मार्कशीट में हेरफेर कर उन्हें पात्र करने की बात कबूल की है। 

    करोड़ों की वसूली कर आपस में बांटे पैसे 

    मिली जानकारी के मुताबिक, इन तीनों आरोपियों ने एक परीक्षार्थी से कम से कम 50 हजार से एक लाख रुपए वसूले। इस तरह सभी पांच आरोपियों ने कुल 4 करोड़ 20 लाख रुपए परीक्षार्थियों से वसूल किए। जिसमे से 1 करोड़ 70 लाख रुपए एमएससीई कमिश्नर तुकाराम सुपे, 1 करोड़ 25 लाख रुपए जी. ए. सॉफ्टवेयर कंपनी के संचालक प्रीतिश देशमुख और 1 करोड़ 25 लाख रुपए अभिषेक सावरीकर ने आपस में बांट ली। पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने बताया कि इस प्रकरण में अब तक लगभग 88 लाख रुपए कैश, गोल्ड और कई फिक्स्ड डिपॉजिट्स भी मिले हैं।