Abu Azmi

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    पिंपरी : पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) शहर में एक निजी कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी (MLA Abu Azmi) ने एक संवाददाता सम्मेलन में मनसे सुप्रीमो राज ठाकरे (MNS Supremo Raj Thackeray) पर करारी टिप्पणी की है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि, बार-बार भूमिका बदलते रहने से उनकी राजनीति (Politics) खत्म हो गई है, इसलिए वे परेशान (Upset) हैं। उन्होंने आज तक हिंसा के बीज बोए हैं और अब शूल उगने का शिकवा कर रहे हैं। इसी कारण आज उन पर यह नौबत आयी है।

    संवाददाता सम्मेलन में देश और महाराष्ट्र में बिगड़ते हालातों पर प्रकाश डालने के साथ समाजवादी के विधायक ने केंद्र की बीजेपी सरकार के साथ ही महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार पर भी अपनी नाराजगी जताई। महाविकास आघाडी सरकार में शामिल रहने के बावजूद सरकार पर उनकी नाराजगी और मंत्री पद से जुड़े एक सवाल के जवाब में आजमी ने कहा कि, जो लोग कैबिनेट में बैठकर, हम कितने बड़े हिंदुत्ववादी हैं और हमने कैसे बाबरी मस्जिद गिराई, इस होड़ में शामिल हो रहे हैं, उनके साथ या उनके बगल में बैठने की मेरी बिल्कुल भी इच्छा नहीं है। 

    ‘मेरा क्या होगा’ इस चिंता में हैं 

    राज ठाकरे के अयोध्या दौरे के रदद् किये जाने और आज की पुणे में हुई सभा में उनके भाषण पर एक सवाल के जवाब में विधायक अबू आजमी ने कहा, राजनीति खत्म हो जाने से परेशान ठाकरे ‘मेरा क्या होगा’ इस चिंता में हैं। इसलिए वे लगातार अपनी भूमिका बदल रहे हैं। कभी पक्ष में तो कभी विरोध में बयानबाजी की नौटंकी कर रहे हैं। प्रभु राम को ही लगता कि राज ठाकरे अयोध्या में आये। उन्होंने हमेशा हिंसा और द्वेष की सियासत की इसलिए आज उन पर यह नौबत आई है। उत्तर भारतीयों से माफी मांगने संबन्धी बीजेपी सांसद की मांग का समर्थन करते हुए आजमी ने कहा कि, उन्हें उत्तर भारतीयों से माफी मांगने के बाद ही अयोध्या जाना चाहिए। वैसे उत्तर भारतीय अपने सम्मान और स्वाभिमान के लिए कुछ भी कर गुजरते हैं, यह चेतावनी भी उन्होंने दी।

    कोई विकास की बात नहीं कर रहा 

    आज देश के हालात बदतर होते जा रहे हैं। देश के संविधान के विरोध में लगातार जाति धर्म को खड़ा करने की कोशिश की जा रही है। कभी कोई मंदिर पर बोल रहा है तो कभी कोई मस्जिद पर, तो कोई लाउडस्पीकर पर, हालांकि विकास पर कोई कुछ नहीं बोल रहा है। एयर इंडिया, रेलवे, जैसे सरकारी उपक्रमों को बंद किया जा रहा है, निजीकरण के जरिये आरक्षण खत्म करने की कोशिश की जा रही है। संसद, पीएमओ, राष्ट्रपति भवन गिराकर 50 हजार करोड़ की लागत से नए निर्माण किये जा रहे हैं। जो कुछ श्रीलंका में हुआ उसका अनुकरण भारत में किया जा रहा है। उदाहरण सहित यह स्पष्ट करते हुए अबू आजमी ने यह चिंता भी जताई कि भारत देश भी श्रीलंका की कगार पर है।