Pune fire
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    पुणे. पुणे फैशन स्ट्रीट (Pune Fashion Street) में आग (Fire) लगने के कारण, भीड़-भाड़ वाले स्थानों और बाजारों की सुरक्षा का सवाल उठ ख़ड़ा हुआ है। पुणे महानगरपालिका प्रशासन (Pune Municipal Corporation Administration) ने स्पष्ट किया है कि फायर ऑडिट (Fire Audit) के माध्यम से इन बाजारों में महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएंगे। 

    फैशन स्ट्रीट की तरह पुणे शहर में तुलसीबाग, भीड़भाड़ वाली सड़कों, उपनगरों के बाजारों और उपनगरों में भी ग्राहकों की काफी भीड़ रहती है। संकरी गलियों में छोटी दुकानें और ग्राहकों की भीड़ के कारण सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया है। जब किसी दुकान में आग लगती है, तो इससे इलाके की दुकानों के लिए खतरा पैदा हो जाता है। लोगों को भागने के लिए भी समय नहीं मिलता।  फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर नहीं पहुंच पातीं क्योंकि आग पर काबू पाने के लिए बड़ी सड़कें नहीं हैं।  ऐसी जगहों पर, शॉट सर्किट के कारण आग लगने की आशंका अधिक होती है। इसलिए दुकानों को बिजली की आपूर्ति के तारों को समय पर जांचने की आवश्यकता होती है, लेकिन इसे नजरअंदाज किया जाता है, जिससे आग लगने की आशंका बढ़ जाती है।

    व्यापारियों को प्रशिक्षित किया गया

    महानगरपालिका के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश जगताप ने कहा कि तुलसीबाग व शहर के अन्य हिस्सों के बाजारों में सुरक्षा महत्वपूर्ण है। इसलिए फायर डिपार्टमेंट द्वारा फायर ऑडिट यहां की सुरक्षा उपायों के साथ-साथ यह समझने के लिए किया जाएगा। व्यापारियों को क्या ध्यान रखना चाहिए कि दुकानों में आग लगने की घटनाएं शॉर्ट सर्किट के कारण होती हैं, इसलिए वायरिंग को जांचना आवश्यक है।  मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रशांत रणपिसे  ने कहा कि महापालिका के स्वामित्व वाले परिसर का फायर ऑडिट करना अग्निशमन विभाग की जिम्मेदारी है।  लेकिन एक निजी स्थान या व्यवसाय के स्थान पर संबंधित स्थान के मालिक को एक निजी संगठन द्वारा फायर ऑडिट करना चाहिए। इससे पहले, तुलशीबाग में एक फायर ऑडिट किया गया था और वहां एक हाइड्रोलिक लाइन स्थापित करने का सुझाव दिया गया था, लेकिन यह संभव नहीं था, लेकिन स्थानीय व्यापारियों को आग से बचने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। 

    तुलसीबाग और शहर के अन्य हिस्सों के बाजारों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। इसलिए फायर डिपार्टमेंट द्वारा फायर ऑडिट, यहां की सुरक्षा उपायों के साथ-साथ यह समझने के लिए किया जाएगा। व्यापारियों को क्या ध्यान रखना चाहिए कि दुकानों में आग लगने की घटनाएं शॉर्ट सर्किट के कारण होती हैं, इसलिए वायरिंग को जांच कराना जरूरी है।

    - सुरेश जगताप, अतिरिक्त आयुक्त, पुणे महानगरपालिका