पिंपरी : घूसखोरी (Bribery) के मामले में पिंपरी चिंचवड़ पुलिस (Pimpri Chinchwad Police) की महिला उपनिरीक्षक (Sub-Inspector) समेत दो अधिकारियों को सस्पेंड (Suspend) कर दिया गया है। शिकायत अर्जी (Complaint Application) के अनुसार मामला दर्ज न करने के लिए 1 लाख रुपए की मांग करते हुए 70 हजार रुपए की घूस लेने के मामले में एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) पुणे ने पिंपरी चिंचवड़ की सांगवी पुलिस थाने की महिला उपनिरीक्षक को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई के दौरान एक सहायक फौजदार एसीबी की टीम के साथ धक्कामुक्की कर मोटरसाइकिल पर सवार होकर भाग निकला है।
हेमा सिध्दराम सोलुंके (28) और अशोक बालकृष्ण देसाई ऐसे सस्पेंड किए गए पुलिस अधिकारियों के नाम हैं। सोलुंके पुलिस उपनिरीक्षक और देसाई सहायक फौजदार के तौर पर सांगवी पुलिस थाने में तैनात हैं। उन दोनों के खिलाफ सांगवी पुलिस थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंध कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस बारे में एक 42 वर्षीय शिकायतकर्ता ने एसीबी के पास शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद पिंपरी चिंचवड़ पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश के आदेशानुसार दोनों अधिकारियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है।
गौरतलब है कि पुलिस उपनिरीक्षक हेमा सोलुंके के पास शिकायतकर्ता के खिलाफ एक शिकायत अर्जी की छानबीन थी। इसकी जांच कर उसके खिलाफ रेप का मामला दर्ज न करने के लिए उससे एक लाख रुपए की घूस मांगी गई थी, जो बाद में 70 हजार रुपए तय की गई। इस शिकायत की पुष्टि करने के बाद गुरुवार की शाम जाल बिछाया गया। यहां सहायक फौजदार अशोक देसाई को पैसे लेते हुए पकड़ने के दौरान वह एसीबी की टीम को धक्का देकर मौके से भाग निकला। उसने ये डील पुलिस उपनिरीक्षक सोलुंके के कहने पर की थी, यह साबित होने से एसीबी ने उसे हिरासत में ले लिया।