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पिंपरी: अंपायर द्वारा नो बॉल (No Ball) देने के बाद खिलाड़ियों के दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई। अंपायर ने क्रिकेट खेलते हुए नो बॉल दे दी। जब खिलाड़ियों ने अंपायर (Umpire) से इस बारे में पूछा तो अंपायर ने खिलाड़ियों की पिटाई कर दी। इसके बाद दूसरे खिलाड़ियों ने अंपायर के पक्ष में आए युवकों की पिटाई कर दी। यह घटना शनिवार और रविवार को पिंपरी चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) के दिघी में हुई।

इस बारे में यासीन आशीष चित्तापरम (24) की शिकायत के अनुसार, बापू परांडे (32) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, शनिवार की रात दिघी के एक मैदान में जब वादी और अन्य लड़के क्रिकेट खेल रहे थे तब बापू परांडे अंपायरिंग कर रहे थे। परांडे ने नो बॉल की। वादी और अन्य खिलाड़ियों ने जवाब मांगा। इसके बाद परांडे ने वादी को लात-घूसों से और हाथ से मारकर गाली दी। 

हॉकी स्टिक से किया हमला

उसने वादी को धमकी दी कि तुमको दिघी में नहीं रहने देंगे। कुछ देर बाद आरोपी ने फिर पथराव किया। कार में रखी हॉकी स्टिक ने वादी की पीठ, कंधे, कमर, हाथ पर वार कर उसे घायल कर दिया। अभियोजन पक्ष ने कहा है कि आरोपी ने धमकी दी है कि दोबारा दिघी में दिखे तो जान से मार देंगे।

दिघी पुलिस कर रही मामले की जांच

इस मामले के दूसरी शिकायत गुलाब बबन परांडे (35) ने शिकायत दर्ज कराई है। तदनुसार, पपीता चित्तापरम (22), रोहित उदयराज सिंह (21), यासीन चित्तापरम (22) और दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार रविवार की रात जब वादी और अन्य बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे, तभी आरोपी शनिवार को हुई मारपीट को लेकर रंजिश लेकर मैदान में कोयते लेकर आ गया। बापू को बुलाओ, हम उसकी हत्या करने जा रहे हैं। आरोपियों ने धमकी दी कि वे उसे जान से मार देंगे। उनमें से एक ने दोनों को पकड़ लिया और यह कहते हुए स्टंप से मारने की कोशिश की कि कल तुमने बापू की मदद की थी। जब वादी के बीचबचाव के लिए जाते ही उसके सिर में स्टंप लगने से वह घायल हो गया। अभियोजन पक्ष ने बताया कि उसके बाद आरोपी कोयते हवा में घुमाकर आतंक फैलाकर चले गए। दिघी पुलिस दोनों अपराधों की जांच कर रही है।