शादी में शुरू की गई अनूठी परंपरा, पगड़ी की जगह दिए गए पौधे

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    राहुरी: विवाह समारोह (Marriage Ceremony) में अतिथियों (Guests) को पगड़ी, शाल, पुष्पगुच्छ देने की परंपरा है, लेकिन यहां पर एक ऐसा अनूठा विवाह (Unique Marriage) संपन्न हुआ, जिसमें पगड़ी की बजाय अतिथियों का स्वागत पौधे (Plants) देकर किया गया।

    गौरतलब है कि तहसील के बाभूलगांव निवासी किसान रामदास तमनर की बेटी सोनाली का विवाह संगमनेर तहसील के चनेगांव निवासी ज्ञानदेव खेमनर के पुत्र संजय के साथ संपन्न हुआ।

    नई परंपरा की शुरुआत हुई

    इस विवाह में पगड़ी की रस्म को दरकिनार कर पर्यावरण प्रेमी प्रा. गणेश खेमनर और कृषि भूषण विट्ठलदास आसावा की सलाह पर अतिथियों को पौधे भेंट किए गए। इस तरह एक नयी परंपरा की शुरुआत इस विवाह समारोह में की गई। पौधारोपण कार्यक्रम की पूर्व मंत्री शिवाजी कर्डिले, कृषिभूषण सुरसिंग पवार, धनगर उन्नती मंडल प्रदेश अध्यक्ष अण्णा पाटिल बाचकर, रिटायर्ड कृषि अधिकारी रामदास माने, ताराचंद तमनर समेत उपस्थित सभी लोगों ने सराहना की।