पिंपरी: पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (PCMC) ने 2 अक्टूबर से बड़ी हाउसिंग सोसायटियों (Big Housing Societies) से गीला कचरा संग्रहण (Wet Garbage Collection) करना बंद करने का फ़ैसला किया है। महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग ने शहर के वाकड क्षेत्र की बड़ी हाउसिंग सोसायटियों को पत्र दिया हैं। इस पत्र में कहा गया है कि 75 से अधिक फ्लैटों वाली बड़ी सोसायटियों या प्रति दिन 100 किलो कचरा पैदा करने वाले बल्क वेस्ट जनरेटर से से गीला कचरा लेना बंद कर दिया जाएगा। इन बड़ी सोसायटियों को अपने परिसर में उत्पन्न होने वाले सभी गीले कचरे का उपचार और निपटान करना जरूरी है, यह स्वास्थ्य विभाग के उपायुक्त अजय चारठानकर ने स्पष्ट किया है। इस बीच इस आदेश को लेकर सोसाइटियों में नाराजगी का माहौल है।
इस बारे में जब चारठानकर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पीसीएमसी के क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से सभी बड़ी सोसायटियों को इस तरह के पत्र दिए जा रहे हैं। अगले सप्ताह क्षत्रिय कार्यालय स्तर पर हम अपने अधिकार क्षेत्र की सोसाइटियों प्रतिनिधियों के लिए एक कार्यशाला आयोजित करेंगे। इस कार्यशाला में हाउसिंग सोसाइटी फेडरेशन के प्रतिनिधि गीले कचरे के उपचार से संबंधित समस्याओं के बारे में जानेंगे।
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि कुछ सोसायटियों के पास अपने परिसरों में वेट वेस्ट ट्रीटमेंट यूनिट स्थापित करने के लिए जगह न हो। कुछ सोसाइटियों ऐसी इकाइयों से निकलने वाली दुर्गंध के कारण इन इकाइयों को अपने परिसर में नहीं रखना चाहते हैं। ऐसे सोसाइटियों को संचालकों की नियुक्ति करनी चाहिए जो गीले कचरे को एकत्र और संसाधित करेंगे, लेकिन सोसाइटी को इसके लिए उन्हें भुगतान करना होगा। साथ ही कुछ महिला स्वयं सहायता समूह भी हैं जो सोसाइटियों से गीला कचरा एकत्र करेंगे और उसे संसाधित करेंगे, लेकिन समाज को इसके लिए उन्हें भुगतान करना होगा। ऐसे संचालकों और महिला स्वयं सहायता समूहों को कार्यशाला में हाउसिंग सोसाइटी फेडरेशन के प्रतिनिधियों से मिलवाया जाएगा।
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इस फैसले पर पिंपरी-चिंचवड़ हाउसिंग फेडरेशन की उपाध्यक्ष तेजस्विनी सवाई-ढोमसे ने कहा कि वाकड में शुनेस्ट सोसाइटी, जहां वह रहती है, में 310 फ्लैट और 25 दुकानें हैं। हमारे सोसाइटी में वाहनों को खड़ा करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। इसलिए जगह की कमी के कारण गीला कूड़े का ट्रीटमेंट सेंटर स्थापित नहीं कर सकती है। साथ ही वेट वेस्ट ट्रीटमेंट मशीन की कीमत 15 लाख रुपए है। इन मशीनों को 24×7 संचालित करने के लिए श्रमिकों को काम पर रखना और भुगतान करना पड़ता है। सोसाइटी इतना खर्च नहीं कर सकता। महानगरपालिका को बिल्डर से वेट वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए कहना चाहिए।
वेट वेस्ट ट्रीटमेंट के मुद्दे को लेकर फेडरेशन का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही महानगरपालिका के अधिकारियों से मुलाकात करेगा। वाकड में निसर्ग पूजा सोसायटी के अरुण देशमुख ने कहा कि स्थानीय स्वशासन निकाय का काम नागरिकों का कचरा इकट्ठा करना, दीपक जलाना, पानी की आपूर्ति करना और सड़कें बनाना है। शहर में सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं और विभिन्न उद्देश्यों के लिए सड़कों को खोदा गया है। महानगरपालिका की ओर से वाकड क्षेत्र में पर्याप्त जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। नागरिक महानगरपालिका को कर का भुगतान करते हैं इसलिए नागरिकों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए। मेरे गांव में ग्राम पंचायत के माध्यम से कचरा एकत्र किया जाता है। ऐसे में महानगरपालिका को शहर के नागरिकों का कचरा उठाना चाहिए। हमारे सोसाइटी में वेट वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए जगह नहीं है।