Mumbai Traffic
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    पुणे: शैक्षणिक, औद्योगिक और आईटी हब के रूप में पहचाने जाने वाले पुणे शहर (Pune City) में यातायात (Traffic) की स्थिति दिन-ब-दिन बद से बदतर होती जा रही है। जाम (Jam) की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रशासन की ओर से तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं। हालांकि पिछले 10 साल से बंद पड़े टोल बूथों (Toll Booths) के स्थल पर यात्री बसों के लिए सार्वजनिक परिवहन हब स्थापित करने का मामला लंबित है। यात्री बसों के कारण ट्रैफिक जाम (Traffic Jam) और यात्रियों की सुविधा के लिए सार्वजनिक परिवहन हब के निर्माण के मांग हमेशा की जाती है। इस संबंध में महाराष्ट्र स्टेट माल एंड पैसेंजर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने हाल ही में महानगरपालिका कमिश्नर को निवेदन देकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट हब के लंबित मुद्दे को हल करने की मांग की है।

    पुणे शहर को देश के शैक्षणिक केंद्र के रूप में जाना जाता है। वहीं, शहर ने हाल ही में एक औद्योगिक हब और आईटी हब के रूप में एक नई पहचान हासिल की है। नतीजतन, राज्य के साथ-साथ राज्य के बाहर से भी बड़ी संख्या में प्रवासी शिक्षा या रोजगार के लिए शहर में आ-जा रहे हैं। शहर की विभिन्न सड़कों पर निजी यात्री बसें बड़ी संख्या में खड़ी नजर आती हैं। इससे ट्रैफिक की समस्या पैदा होती है। महाराष्ट्र स्टेट माल एंड पैसेंजर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने ट्रैफिक जाम से बचने और यात्रियों की सुविधा के लिए महानगरपालिका के बंद टोल प्लाजा की साइट पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट हब बनाने की मांग की थी। तत्कालीन महानगरपालिका कमिश्नर ने 2013 में एक बैठक आयोजित की थी।

    आठ स्थानों पर प्रस्तावित टर्मिनल

    शिंदेवाड़ी, बावधान, औंध, वाघोली, शेवालवाड़ी, फुरसुंगी, बालेवाड़ी, फुगेवाड़ी जैसे शहर में आठ स्थानों पर प्रस्तावित सार्वजनिक परिवहन हब स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की थी।  हालांकि यह सवाल अभी भी पिछले 10 साल से लंबित है। इस संबंध में महाराष्ट्र स्टेट माल एंड पैसेंजर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने महानगरपालिका कमिश्नर को निवेदन देकर यात्री बसों और माल वाहतुकदारों की समस्या का तत्काल समाधान करने की मांग की है।

    लगभग 900 निजी यात्री बसों से प्रतिदिन लगभग 40 से 50 हजार यात्री शहर से आवागमन करते हैं। यात्रियों की सुविधा के साथ-साथ शहर में ट्रैफिक जाम से बचने के लिए सार्वजनिक परिवहन हब ( पब्लिक ट्रान्सपोर्ट हब ) शुरू करना आवश्यक है। हालांकि यह प्रस्ताव पिछले 10 साल से लटका हुआ है। महानगरपालिका कमिश्नर इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करें और यात्री बसों के लिए ट्रांसपोर्ट हब शुरू करें।

    - बाबा शिंदे, अध्यक्ष, महाराष्ट्र स्टेट फ्रेट एंड पैसेंजर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन