Protest

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    पुणे: सैलिसबरी पार्क में स्थित गार्डन (Garden) के का नाम रात के समय में बदलकर यशवंतराव भिमाले उद्यान करने पर सैलिसबरी पार्क रेजिमेंट फोरम आक्रमक हो गया है। इसके विरोध में फोरम के सैंकड़ों सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन (Protest) किया। पैसा करदाताओं का, निर्माण महानगरपालिका का और विकास कार्यों को नाम नगरसेवकों के परिजनों (Corporators Relatives) का ऐसा क्यों? ऐसा सवाल सैलिसबरी पार्क रेजिमेंट फोरम ने उठाया है। 

    इसकी शिकायत पुणे महानगरपालिका कमिश्नर विक्रम कुमार (Pune Municipal Commissioner Vikram Kumar) और अन्य संबंधित अधिकारियों से की गई है। गार्डन का नाम महानगरपालिका जब तक नहीं बदलती तब तक विरोध करने का फैसला यहां के निवासियों ने किया है।

    13 मार्च को अचानक नाम का बोर्ड लगा  

    सैलिसबरी पार्क में पूनावाला गार्डन के बगल में महानगरपालिका ने एक गार्डन बनाया है। पिछले साल अक्टूबर में इसका उद्घाटन किया गया था। उस समय फोरम के सदस्यों ने नगरसेवक श्रीनाथ भिमाले से मांग की थी कि पार्क का नाम किसी के नाम पर न रखा जाए। इसके अनुसार पार्क का नाम ‘पुणे महापालिका पार्क` रखा गया था। इसका बोर्ड भी लगाया गया था। हालांकि, 13 मार्च की रात को पार्क के प्रवेश द्वार पर अचानक से ‘यशवंतराव भिमाले उद्यान` नाम से बोर्ड स्थापित किया गया।

    जब तक नाम बदला नहीं जाता तब तब विरोध जारी रहेगा

    इससे सैलिसबरी पार्क रेजिडेंट फोरम के सदस्य नाराज हो गए। इसके खिलाफ आंदोलन किया गया। इस बारे में इलाके के नागरिकों ने वाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से जागरूकता फैलाई। फोरम के लगभग 100 सदस्य और इलाके के निवासी वहां इकट्ठा हो गए। महानगरपालिका के पार्क को निजी नाम न दिए जाने की मांग को लेकर करीब डेढ़ घंटे तक वे आंदोलन करते रहे। इसकी शिकायत महानगरपालिका कमिश्नर विक्रम कुमार और अन्य संबंधित अधिकारियों से की गयी है। महानगरपालिका जब तक गार्डन का नाम नहीं बदलती तब तक विरोध करने का फैसला यहां के निवासियों ने किया है।  आंदोलन में फोरम के अध्यक्ष फैजल पूनावाला, विनीता देशमुख, मीरा सोसाइटी के अध्यक्ष गोपालस्वामी भास्कर, वृंदावन सोसाइटी के अध्यक्ष प्रकाश धोका और यहां के निवासी बालासाहेब रुणवाल आदि के नेतृत्व में निवासियों ने आंदोलन में हिस्सा लिया।