Chitra Wagh
Representative Pic

    Loading

    पिंपरी : महाविकास अघाड़ी सरकार  (Mahavikas Aghadi Government) ने सोमवार को महाराष्ट्र बंद (Maharashtra Bandh)का आह्वान किया। महाराष्ट्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उपाध्यक्ष चित्रा वाघ (Chitra Wagh) ने तलेगांव में यह सवाल किया है कि उस समय बंद क्यों नहीं बुलाया गया जब मावल में पवना पाइपलाइन योजना के विरोध में आंदोलन करनेवाले किसानों पर गोलियां चलाई गई और उसमें तीन किसानों की मौत हुई। राज्य में पुलिस का कोई खौफ नहीं है, कानून का कोई डर नहीं है। आम महिलाओं ने कभी किसी मंत्री पर रेप का आरोप लगाते नहीं देखा। गृह मंत्री को कभी फरार नहीं देखा गया है, चित्रा वाघ ने भी महाविकास अघाड़ी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि आप महाराष्ट्र को कहां ले आए हैं? तलेगांव शहर भाजपा की ओर से आयोजित गौरी गणपति सजावट स्पर्धा के पुरस्कार वितरण समारोह में चित्रा वाघ यहां पधारी थी। 

    इस समारोह के मंच पर पूर्व राज्य मंत्री संजय भेगडे, पुणे जिला भाजपा अध्यक्ष गणेश भेगडे, जिला परिषद सदस्या आशा बुचके, लोनावला की नगराध्यक्षा सुरेखा जाधव, भाजपा मावल तालुका के अध्यक्ष रविंद्र भेगडे, महाराष्ट्र प्रदेश किसान मोर्चा के महासचिव संतोष दाभाडे पाटील, तलेगांव शहर भाजपा अध्यक्ष रविंद्र माने, तलेगांव उपनगराध्यक्ष सुशील सैंदाणे, श्रीधर पुजारी, विघ्नहर चीनी मिल के निदेशक नानासाहेब खैरे समेत भाजपा के नेता, पदाधिकारी, नगरसेवक, विभिन्न मोर्चो के अध्यक्ष आदि मौजूद थे। 

    राज्य सरकार लोगों का दर्द नहीं समझती 

    चित्रा वाघ ने कहा कि भाजपा ने महिलाओं और किसानों को विभिन्न माध्यमों से आर्थिक सहायता प्रदान की है। राज्य में अभी तक पहले आंधी तूफान से प्रभावित लाभार्थियों तक नहीं पहुंची है। बलात्कारी वहीं निकले हैं जो महिलाओं की रक्षा करते हैं।  छत्रपति शिवाजी महाराज होते तो ऐसे लोगों को किलों से फेंकवा देते। यह सरकार लोगों का दर्द नहीं समझती और उनका एकमात्र मिशन अपनी सीट बरकरार रखना है। विपक्ष ने महाराष्ट्र को बंद घोषित कर दिया है। जब पवन जलवाहिनी आंदोलन में तीन किसान मारे गए थे, तब बंद का ऐलान क्यों नहीं किया गया? यह सवाल वाघ ने पूछा है।