पहले के उपचुनावों में सहानुभूति का विचार क्यों नहीं किया?, अजीत पवार का BJP से सवाल

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    पिंपरी: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की ओर से नाना काटे (Nana Kate) को चिंचवड विधानसभा उपचुनाव (Chinchwad By-Election ) के लिए उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया, जब नामांकन भरने में बस कुछ ही घंटे बचे थे। काटे का नामांकन पत्र भरने के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार (Ajit Pawar) ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में सहानुभूति का कोई विषय नहीं है। मुंबई चुनाव के अलावा बाकी तीन जगहों (पंढरपुर, कोल्हापुर और देगलूर) में बीजेपी की सहानुभूति कहां गई थी? क्या उन्हें उस वक्त सहानुभूति नजर नहीं आई?

    अजीत पवार ने कहा कि मैंने चिंचवड विधानसभा सीट के लिए अंत तक चर्चा की और उपचुनाव में कौन-कौन उम्मीदवार हो सकता है। मैंने अलग-अलग विकल्प दिए, लेकिन उन पर सहमति नहीं बन पाई। मैंने सुबह सबसे बात की, फिर नाना काटे के नाम पर सर्वसम्मति बनी। राहुल कलाटे खड़े हो रहे हैं, तब भी हम आम सहमति की इच्छा रखते हैं। इसकी कोशिश भी कर रहे हैं।

    चिंचवड से जीत है पक्की: अजीत पवार

    अजीत पवार ने कहा कि इस उपचुनाव में सहानुभूति का कोई विषय नहीं है। अब तक हुए तीन उपचुनावों में उन्हें सहानुभूति नजर नहीं आई। उन्होंने केवल मुंबई में उम्मीदवार नहीं दिया, मगर नोटा का प्रचार किया। बीजेपी ने दूसरी जगहों पर चुनाव लड़ा। इसके चलते सभी की राय थी कि चिंचवड उपचुनाव लड़ा जाए। इसमें उद्धव ठाकरे ने कहा है कि शिवसेना उनका समर्थन करेगी। पिंपरी-चिंचवड शहर से मेरा पुराना नाता है। मेरी राजनीतिक शुरुआत यहीं से हुई थी। उस समय मुझे देश में सबसे पहले वोट मिले थे। बाद में हमने शहर का कायापलट किया। इसलिए मेरा यकीन है कि हमारी जीत पक्की है। इस मौके पर विधायक अन्ना बनसोडे, चिंचवड़ विधानसभा के निरीक्षक एवं विधायक सुनील शेलके, पूर्व विधायक विलास लांडे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शहर अध्यक्ष अजीत गव्हाने, महिला अध्यक्ष कविता आल्हाट आदि मौजूद रहे। 

    शहर के मिजाज को नहीं समझ सकें अजीत पवार: कलाटे

    वहीं, शिवसेना (ठाकरे गुट) के राहुल कलाटे ने निर्दलीय उम्मीदवारी दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि चिंचवड विधानसभा में 2009 से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नहीं चल रही है। इसीलिए लक्ष्मण जगताप ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया, मैंने भी पिछली बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था। पिंपरी-चिंचवड शहर के मिजाज को अजीत पवार आज तक नहीं जान सकें। 2019 का विधानसभा चुनाव लड़ने को कोई तैयार नहीं था। लोकसभा में मोदी की लहर के बाद ये सभी उम्मीदवार जो अब आगे आए थे, सभी घर बैठे थे। जब मैंने चुनाव लड़ने का फैसला किया तो उस वक्त बाकी पार्टियों और संगठनों ने मेरा साथ दिया। 

    2019 के विधानसभा चुनाव में मुझे एक लाख से अधिक वोट मिले थे

    राहुल कलाटे ने कहा कि कुल मिलाकर चिंचवड के लोगों का मिजाज कुछ अलग ही हैं। उन्होंने मुझे 2019 के विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ प्यार दिया। उन्होंने मुझे एक लाख 12 हजार वोट दिए थे। उन्होंने मुझे आश्वस्त करने वाले चेहरे के रूप में देखा। निर्वाचन क्षेत्र की संरचना भी अलग है। यह एक महानगरीय निर्वाचन क्षेत्र है। लोगों की समस्याएं अलग हैं। शिवसेना के गुट नेता के रूप में काम करते हुए लोगों को न्याय दिलाने का काम किया। आज शिवसैनिक मेरे साथ हैं, उनके बूते मैं चुनाव लड़ने जा रहा हूं।