
पिंपरी : मृत (Dead) पति (Husband) के शव (Body) को अंतिम संस्कार (Funeral) के लिए एंबुलेंस (Ambulance) से कर्नाटक अपने गांव ले जाते वक्त टायर पंचर हो गया और टायर बदलते वक्त एक तेज रफ्तार टेम्पो ने एंबुलेंस को टक्कर मार दी। इस हादसे में एंबुलेंस में पति के शव के साथ बैठी पत्नी और एंबुलेंस चालक की मौत हो गई। जबकि उसके दोनों बच्चों के साथ एंबुलेंस का क्लीनर घायल हो गया। शुक्रवार के तड़के पुणे के बावधन स्थित चांदनी चौक में यह हादसा हुआ।
इस हादसे में मरने वालों में एंबुलेंस चालक महेश विश्वनाथ सरवडे (44, निवासी कोपर खैरणे, नवी मुंबई), सीताबाई हरी चव्हाण (54, निवासी तलोजा, पनवेल) शामिल है। उनके साथ मनोहर हरी चव्हाण (25), राजा हरी चव्हाण (35), शिवाजी मारुती खडतरे (30) गंभीर रूप से घायल हो गए है। इस हादसे को लेकर गोपाल भीमला चव्हाण (निवासी तलोजा एमआयडीसी, पनवेल) ने हिंजवडी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इसके अनुसार पुलिस ने आइशर टेम्पो के चालक के विरोध में मामला दर्ज किया है।
एंबुलेंस किराए पर लिया गया था
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, चव्हाण परिवार मूल कर्नाटक के रहवासी हैं और रोजी-रोटी के लिए तलोजा में बस गया है। सीताबाई के पति हरी चव्हाण का हालिया देहांत हो गया। उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए तलोजा से कर्नाटक ले जाया जा रहा था। इसके लिए महेश सरवडे का एंबुलेंस किराये पर लिया गया था। शुक्रवार के तड़के पांच बजे के करीब बावधन के चांदनी चौक में पहुंचने के बाद एंबुलेंस का टायर पंचर हो गया। इस कारण सरवडे अपनी एंबुलेंस को किनारे लगाकर क्लीनर खड़तरे के साथ टायर बदल रहा था। गोपाल के साथ मनोहर और राजा भी एंबुलेंस से उतरकर नीचे खड़े थे, जबकि उनकी मां सीताबाई भीतर ही पति के शव के साथ बैठी रही। इस दौरान एक तेज रफ्तार आइशर टेम्पो ने एंबुलेंस को टक्कर मार दी। इसमें एंबुलेंस चालक सरवडे और सीताबाई की मौत हो गई जबकि अन्य तीनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद टेम्पो चालक मौके से भाग निकला। फौजदार अजित काकडे मामले की छानबीन में जुटे है।