
पिंपरी: कोरोना महामारी (Corona Pandemic) का प्रकोप भले ही कम हो गया है हालांकि डेंगू (Dengue) की बीमारी तेजी से फैल रही है। पिंपरी चिंचवड (Pimpri Chinchwad) के चिखली-मोशी रोड इलाके में रहने वाला 32 वर्षीय युवक डेंगू से संक्रमित हो गया। उनका पिछले छह दिनों से महानगरपालिका के यशवंतराव चव्हाण अस्पताल (वाईसीएम) में इलाज चल रहा था। सोमवार की सुबह उसका निधन हो गया। हालांकि उन्हें दो दिन से निमोनिया (Pneumoniae) भी था।
बताया जा रहा है कि डेंगू से मरने वाले युवक का चार पहिया वाहन में यात्रियों के परिवहन का धंधा है। युवक के दोस्त ने बताया कि उसका एक बेटा है। उसकी पत्नी गर्भवती है और बच्चे के जन्म से पहले ही उसकी मौत हो गई। इससे युवक के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस बीच सितंबर माह में सोमवार तक यानी पिछले 19 दिनों में 1392 संदिग्ध मरीज मिले हैं और 66 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। यह इस साल का सबसे ज्यादा आंकड़ा है। इसके कारण महानगरपालिका के स्वास्थ्य और चिकित्सा प्रशासन द्वारा सख्त उपाय करने और नागरिकों को भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
वाईसीएम अस्पताल में चल रहा था इलाज
वाईसीएम अस्पताल के अधिष्ठाता डॉ.राजेश वाबले ने बताया कि युवक का पिछले छह दिनों से वाईसीएम में इलाज चल रहा था। दो दिन पहले उसे उल्टी हुई थी। यह उसके फेफड़ों में चला गया और निमोनिया का कारण बना। इसके बाद उसका निधन हो गया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम कर रही एरिया में सर्वे
महानगरपालिका के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. लक्ष्मण गोफाने ने बताया कि डेंगू के लक्षण वाले मरीजों की जांच की जाती है। उनकी प्रयोगशाला रिपोर्ट आने तक उनके साथ डेंगू मरीजों की तरह इलाज किया जाता है। फिलहाल दो मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। डेंगू मरीज के आवास के आसपास के 100 घरों का निरीक्षण किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ एरिया में सर्वे किया जा रहा है। संदिग्ध मरीजों का इलाज किया जा रहा है, ऐसा महानगरपालिका के अतिरिक्त स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पवन सालवे ने बताया।