नई दिल्ली. जहां एक तरफ पणजी में आयोजित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को लेकर हुए विवाद में अब मशहूर सिने कलाकार और फिल्म के मुख्य एक्टर अनुपम खेर (Anupam Kher) और फिल्म डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं।
दरअसल अनुपम खेर के बाद डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘गुड मॉर्निंग, सच सबसे खतरनाक चीज है। ये लोगों को झूठा बना सकता है। #CreativeConsciousness।” हालांकि विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट में ज्यादा कुछ नहीं लिखा है लेकिन उन्होंने अपने इस रिएक्शन से IFFI के जूरी हेड नदाव लपिड के बयान पर तगड़ा तंज कसा है।
GM.
Truth is the most dangerous thing. It can make people lie. #CreativeConsciousness
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) November 29, 2022
वहीं अब कांग्रेस के बाद महारष्ट्र में उद्धव गुट के कद्दावर नेता संजय राउत (Sanjay Raut) भी नदाव लैपिड कि तरफ आते दिख रहे हैं। दरअसल उन्होंने कहा कि, यही ‘द कश्मीर फाइल्स’के बारे में सच है कि, इसमें एक दल द्वारा दूसरे दल के विरुद्ध दुष्प्रचार किया जा रहा था। इस फिल्म के द्वारा एक पार्टी और सरकार अपने प्रचार में व्यस्त थी। लेकिन इस फिल्म के बाद कश्मीर में अब सबसे ज्यादा हत्याएं हुईं। यहां अनेकों कश्मीर पंडित और सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं।
It’s true about #KashmirFiles. There was propaganda by one party against another. A party&Govt was busy with publicity. But maximum number of killings in Kashmir occurred after this film.Kashmir Pandits, security personnel were killed: Sanjay Raut on IFFI Jury Head’s remark (1/2) pic.twitter.com/j38lbHfan2
— ANI (@ANI) November 29, 2022
संजय राउत ने आगे कहा कि, ” ‘द कश्मीर फाइल्स’ वाले तब कहां थे? जब कश्मीरी पंडितों के बच्चे भी आंदोलन कर रहे थे? तब कोई आगे नहीं आया, न ही तब इसे लेकर फिल्म निर्माताओं द्वारा कश्मीर फाइल्स 2।0 की कोई योजना थी, आप उसे भी बनाओ।”
गौरतलब है कि IFFI के जूरी हेड और इजराइली फिल्म मेकर नदाव लैपिड(Nadav Lapid) ने इसे अश्लील और प्रोपेगेंडा फिल्म बताया था। वहीं इस बात पर अनुपम खेर ने पलटवार करते हुए लैपिड के बयान को शर्मनाक बताया था। इधर इजरायल एम्बेंसी ने फिल्म मेकर नदाव लैपिड की इस टिप्पणी की कड़ी आलोचना करते हुए भारत में इस्राइल के राजदूत नाओर गिलोन ने माफी मांगते हुए ट्वीट किया था।