नई दिल्ली/मुंबई. नए संसद भवन का उद्घाटन रविवार (28 मई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के हाथों होना है। हालांकि, कई विपक्षी दलों ने इस समारोह का बहिष्कार का ऐलान किया है। विपक्षी की मांग है कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के द्वारा कराया जाना चाहिए। इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पीएम पर निशाना साधा।
शरद पवार ने कहा, “मैं वर्षों से सांसद रहा हूं। हम सदन में बैठते थे लेकिन हमें नए संसद भवन के निर्माण की जानकारी अखबारों से मिली। इतना महत्वपूर्ण फैसला लेते समय सदस्यों से बात की जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”
After it was completed, we demanded that the use of the new Parliament commence in the presence of the President, but it didn’t happen. The inauguration should have been done by the President but they didn’t agree to it. Therefore, some senior leaders in the Opposition have… pic.twitter.com/dhChKd2yb5
— ANI (@ANI) May 27, 2023
एनसीपी प्रमुख ने कहा, “इसके पूरा होने के बाद, हमने मांग की कि राष्ट्रपति की उपस्थिति में नई संसद का उपयोग शुरू हो, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए था लेकिन वे इसके लिए राजी नहीं हुए। इसलिए विपक्ष के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने फैसला किया है कि हमें कार्यक्रम में नहीं जाना चाहिए और मैं उनके फैसले का समर्थन करता हूं।”
गौरतलब है कि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित करीब 19 विपक्षी दलों ने समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की है। विपक्षी दलों का तर्क है कि संसद के नये भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए क्योंकि वह गणराज्य की प्रमुख हैं।