
मुंबई: शिवसेना नेता अनिल परब ने कहा कि म्हाडा ने मुझे एक लिखित प्रमाण दिया है कि, कार्यालय और उस जगह का जहां कार्रवाई हुई उससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि, किरीट सोमैया पिछले कई सालों से झूठ बोल रहे हैं। मैंने उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर किया है। अब म्हाडा ने सबूत दिया है कि वह झूठ बोल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि, भाजपा नेता किरीट सोमैया के आरोपों के बाद, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) नेता अनिल परब ने म्हाडा कार्यालय के अधिकारियों से तीन घंटे तक चर्चा की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने यह भी कहा कि, बिना जांच के नोटिस भेजने वाले अधिकारी के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाए।
परब ने कहा कि म्हाडा ने मुझे एक लिखित प्रमाण दिया है कि, कार्यालय और उस जगह का जहां कार्रवाई हुई उससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि, किरीट सोमैया पिछले कई सालों से झूठ बोल रहे हैं। मैंने उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर किया है। अब म्हाडा ने सबूत दिया है कि वह झूठ बोल रहे हैं, लेकिन किरीट सोमैया जानबूझकर मुझे बदनाम करने के लिए इस तरह के झूठे आरोप लगा रहे हैं।
The (illegal) construction was done by the housing society&I was using (office) as an MLA. Society demolished (illegal construction) on its own after it found that it can't be regularised: ShivSena's Anil Parab on MHADA issued him a demolition notice for his office in Bandra East pic.twitter.com/graii6r08L
— ANI (@ANI) January 31, 2023
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (म्हाडा) ने भी स्पष्ट किया है कि वह ढांचा मेरा नहीं था। मुझे बदनाम करने के लिए किरीट सोमैया के खिलाफ हम पहले से ही अदालत में हैं। परब ने कहा कि, (अवैध) निर्माण हाउसिंग सोसाइटी द्वारा किया गया था और मैं एक विधायक के रूप में (कार्यालय) का उपयोग कर रहा था। सोसायटी ने अपने दम पर ध्वस्त (अवैध निर्माण) पाया कि इसे नियमित नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा, “जो निर्माण मूल योजना के बाहर किया जाता है उसे अनधिकृत निर्माण कहा जाता है। इसलिए मैंने म्हाडा से मूल निर्माण मानचित्र की एक प्रति मांगी है। हालांकि, यह प्रति म्हाडा के पास नहीं है। इसलिए, सवाल उठता है कि यह अनधिकृत निर्माण कैसे हुआ।”
उन्होंने कहा कि, यह सवाल उठाए जाने के बाद म्हाडा ने इसकी जांच की। म्हाडा ने भी आठ दिन के भीतर यह प्रति देने की बात कही है। अनिल परब ने चेतावनी दी है कि अगर म्हाडा आठ दिनों के भीतर मूल नक्शे की प्रति उपलब्ध नहीं कराती है, तो मैं उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराऊंगा और कोर्ट जाऊंगा। अनिल परब ने मांग की है कि मुझे नोटिस भेजने वाले अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। ‘
अनिल परब ने कहा कि, वे किरीट सोमैया से इन सब बातों का जवाब मांगेंगे। साथ ही अनिल परब ने सवाल उठाया कि, क्या बीजेपी सोमैया की गरीबों के घर तोड़ने की साजिश का समर्थन करती है? अनिल परब ने मांग की है कि बीजेपी इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें।