Big relief to former Mumbai Police Commissioner Parambir Singh, Supreme Court says interim protection from arrest will continue
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    मुंबई: शिवसेना (Shivsena) सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी परमबीर सिंह (Param Bir Singh) फरार नहीं हैं, बल्कि उन्हें देश से बाहर निकाला गया है और वह केंद्र की मदद के बिना ऐसा नहीं कर सकते थे। राउत ने यहां पत्रकारों से कहा कि केंद्रीय एजेंसी ने सिंह के आरोपों पर महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को गिरफ्तार (Arrest) किया और यह ‘‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण तथा अनैतिक” है।

    देशमुख की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस के साथ सत्ता में है। परमबीर सिंह महाराष्ट्र पुलिस द्वारा दर्ज वसूली के कुछ मामलों समेत कई मामलों में जांच का सामना कर रहे हैं। हाल में मुंबई और पड़ोसी ठाणे में वसूली के अलग-अलग मामलों में उनके खिलाफ दो गैर-जमानती वारंट जारी किए गए। दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास एक एसयूवी मिली थी जिसमें विस्फोटक थे और मामले में सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद सिंह को मार्च 2021 में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटा दिया गया था।

    सिंह ने बाद में महाराष्ट्र के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। हाल में महाराष्ट्र सरकार ने बंबई उच्च न्यायालय को बताया था कि उसे नहीं मालूम कि सिंह कहां है। राउत ने मंगलवार को कहा, ‘‘जब पुलिस महानिदेशक पद के समान पद का कोई व्यक्ति देश से बाहर जाता है तो वह केंद्र सरकार के सहयोग के बिना ऐसा नहीं कर सकता। वह फरार नहीं हुए हैं, बल्कि उन्हें देश से बाहर निकाला गया है। उनके आरोपों पर केंद्रीय एजेंसियों ने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को गिरफ्तार किया है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि उनकी गिरफ्तारी अनैतिक है।”

    शिवसेना नेता ने कहा कि आरोपों के आधार पर जांच की गयी लेकिन देशमुख को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने जांच के पहले दिन ही गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह एमवीए (महाविकास अघाडी) सरकार के प्रमुख नेताओं को परेशान करने, उन्हें बदनाम करने और उन पर कीचड़ उछालने की पूर्व नियोजित रणनीति है।” ईडी ने धन शोधन के एक मामले में देशमुख को 12 घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ के बाद सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। धन शोधन का यह मामला महाराष्ट्र पुलिस प्रतिष्ठान में कथित वसूली गिरोह से जुड़ा है।

    उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आशीष शेलार ने मंगलवार को आरोप लगाया कि एमवीए सरकार ने परमबीर सिंह को फरार होने में मदद की होगी और हो सकता है कि वह ‘‘उनके लिए किसी पश्चिमी देश में राजनीतिक शरण हासिल करने की जमीन तैयार कर रही हो।”