MP Navneet Rana and Uddhav Thakcrey

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    नयी दिल्ली. लोकसभा की निर्दलीय सदस्य नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर अपना हमला तेज करते हुए आरोप लगाया कि वह शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे (Bala Saheb Thackeray) के रास्ते से भटक गए हैं। उन्होंने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि वह (उद्धव) 10 जनपथ में रह रही ‘‘मातोश्री” के निर्देश पर काम कर रहे हैं।

    नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने ठाकरे को मुंबई में शनिवार को आयोजित रैली में किसानों और बेरोजगारी के ‘ज्वलंत मुद्दों” को न उठाने पर आड़े हाथ लिया। रवि राणा महाराष्ट्र विधानसभा के निर्दलीय सदस्य हैं। राणा दंपती ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘शिवसेना ने घोषणा की थी कि वह औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर करेगी, लेकिन अब मुख्यमंत्री दावा कर रहे हैं कि इसकी जरूरत नहीं है।”

    उन्होंने कहा कि ठाकरे को इस बात की चिंता है कि अगर वह औरंगाबाद का नाम बदलने के काफी समय से लंबित वादे को पूरा करने के लिए कदम उठाते हैं, तो शिवसेना के सहयोगी दल समर्थन वापस ले लेंगे, और इससे उनकी सरकार गिर सकती है। नवनीत ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री के दिमाग में केवल भय है।”

    उन्होंने आरोप लगाया कि शिवसेना ने हिंदुत्व का रास्ता छोड़ दिया है। रवि राणा ने कहा कि बाला साहेब ठाकरे ने घोषणा की थी कि उन्हें कांग्रेस से हाथ मिलाना पड़ा तो वह शिवसेना को भंग कर देंगे। राणा दंपती ने संभवत: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘लेकिन उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे के आदर्शों को खारिज कर दिया है। अब वह ‘10 जनपथ की मातोश्री’ के निर्देश पर कार्य कर रहे हैं।”

    दंपती ने आरोप लगाया कि ठाकरे हनुमान चालीसा का पाठ करने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने के लिए सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं, जबकि मुगल शासक औरंगजेब की कब्र पर फूल चढ़ाने वालों को छूट दे रहे हैं। नवनीत राणा ने कहा, ‘‘अगर बाला साहेब ठाकरे होते तो ऐसे लोगों को उसी कब्र में औरंगजेब की तरह दफनाया जाता। कैसे कोई व्यक्ति दूसरे राज्य से आकर औरंगजेब की कब्र पर फूल चढ़ा सकता है।” उन्होंने यह टिप्पणी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन(एमआईएमआईएम) नेता अकबरुद्दीन ओवैसी के औरंगाबाद के खुल्दाबाद स्थित औरंगजेब की कब्र पर जाने के संदर्भ में की।

    नवनीत राणा ने सवाल किया, ‘‘उद्धव ठाकरे स्वयं के हिंदुत्ववादी होने का दावा करते हैं। क्या उन्होंने औरंगजेब के रास्ते पर चलने की तैयारी कर ली है? क्या शिवसेना, औरंगजेब सेना बन गई है?” राणा दंपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ठाकरे मुख्यमंत्री के तौर पर उन उपलब्धियों का एक छोटा सा हिस्सा भी हासिल नहीं कर सके हैं, जितना फडणवीस के कार्यकाल में हासिल की गई थी।

    बदनेरा से विधायक रवि राणा ने कहा, ‘‘फडणवीस लोगों के लिए काम करते हैं। वे (लोग) अब भी उन्हें (फडणवीस को) मुख्यमंत्री बनाने के लिए लालायित हैं। आप (उद्धव) ने मोदी के नाम पर वोट हासिल किया और बाद में उनके पीठ में छुरा घोंपा।” नवनीत राणा ने कहा कि वह हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा जेल भेजकर दिये गये जख्म से अब भी उबरने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि ठाकरे उनके दर्द को तभी समझ सकते हैं जब उनके परिवार की महिला बिना किसी गलती के जेल जाए। नवनीत राणा ने मुख्यंत्री की पत्नी का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री नहीं होंगे और रश्मि ठाकरे जेल जाएंगी, तब मैं उनसे पूछूंगी कि उन्हें दर्द हो रहा है कि नहीं।”