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    मुंबई/ नई दिल्ली:  बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ को लेकर विवाद दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। इस डॉक्यूमेंट्री को हैदराबाद यूनिवर्सिटी में दिखाया गया था। उसके बाद जेएनयू और जामिया में स्क्रीनिंग को लेकर असमंजस की स्थिति बनी  थी। लेकिन दिल्ली यूनिवर्सिटी में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर बावला मचा है। 

    इस बीच, अब इस डॉक्यूमेंट्री को मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज में दिखाने की चर्चा चल रही है। वहीं, इसे लेकर टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान (टीआईएसएस) ने शुक्रवार को कहा कि, कुछ छात्र बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री दिखाने की योजना बना रहे हैं।  हालांकि, संस्थान  ने इसकी स्क्रीनिंग की अनुमति नहीं दी है। इससे परिसर की शांति को खतरा हो सकता है। संस्था के नियमों के विरुद्ध कोई भी कार्य करने पर सख्ती से निपटा जाएगा।

    दिल्‍ली यूनिवर्सिटी के छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया 

    इससे पहले दिल्‍ली यूनिवर्सिटी के आर्ट्स फैकल्‍टी के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को दिल्‍ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वही,  आर्ट्स कैंपस के बाहर धारा 144 लागू कर दी गई है।  बता दें कि, यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा डॉक्‍यूमेंट्री की स्‍क्रीनिंग की इजाजत नहीं दी गई थी जिसके बाद भी छात्र स्‍क्रीनिंग के लिए इकट्ठा हो गए थे।

    अंबेडकर यूनिवर्सिटी में काटी बिजली 

    जबकि आज दोपहर, अंबेडकर यूनिवर्सिटी में डॉक्‍यूमेंट्री स्‍क्रीनिंग से ठीक पहले बिजली काट दी गई है। एसएफआई ने आरोप लगाया कि इस  डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग नहीं हो पायी है क्योंकि इस सरकारी विश्वविद्यालय के प्रशासन ने बिजली काट दी लेकिन इस डॉक्यूमेंट्री के लिंक वाला एक क्यूआर कोड विद्यार्थियों से साझा किया गया ताकि वे अपने निजी उपकरणों पर उसे देख पाएं।