मुंबई/ नई दिल्ली: बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ को लेकर विवाद दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। इस डॉक्यूमेंट्री को हैदराबाद यूनिवर्सिटी में दिखाया गया था। उसके बाद जेएनयू और जामिया में स्क्रीनिंग को लेकर असमंजस की स्थिति बनी थी। लेकिन दिल्ली यूनिवर्सिटी में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर बावला मचा है।
इस बीच, अब इस डॉक्यूमेंट्री को मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज में दिखाने की चर्चा चल रही है। वहीं, इसे लेकर टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान (टीआईएसएस) ने शुक्रवार को कहा कि, कुछ छात्र बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री दिखाने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, संस्थान ने इसकी स्क्रीनिंग की अनुमति नहीं दी है। इससे परिसर की शांति को खतरा हो सकता है। संस्था के नियमों के विरुद्ध कोई भी कार्य करने पर सख्ती से निपटा जाएगा।
It has come to our notice that some students are planning to screen the BBC documentary…The Institute has not permitted its screening…(it) may jeopardise peace… on campus. Any action against this advisory (to) be dealt with strictly:TATA Institute of Social Sciences, Mumbai
— ANI (@ANI) January 27, 2023
दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया
इससे पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी के आर्ट्स फैकल्टी के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वही, आर्ट्स कैंपस के बाहर धारा 144 लागू कर दी गई है। बता दें कि, यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की इजाजत नहीं दी गई थी जिसके बाद भी छात्र स्क्रीनिंग के लिए इकट्ठा हो गए थे।
अंबेडकर यूनिवर्सिटी में काटी बिजली
जबकि आज दोपहर, अंबेडकर यूनिवर्सिटी में डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग से ठीक पहले बिजली काट दी गई है। एसएफआई ने आरोप लगाया कि इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग नहीं हो पायी है क्योंकि इस सरकारी विश्वविद्यालय के प्रशासन ने बिजली काट दी लेकिन इस डॉक्यूमेंट्री के लिंक वाला एक क्यूआर कोड विद्यार्थियों से साझा किया गया ताकि वे अपने निजी उपकरणों पर उसे देख पाएं।