कल्याण : कल्याण ग्रामीण के 27 गांवों के नागरिकों ने केडीएमसी के खिलाफ मोर्चा निकालकर महानगरपालिका मुख्यालय (Municipal Headquarters) पर धरना दिया। बढ़े हुए संपत्ति कर बिलों (Property Tax Bills) की होली जलाई, आंदोलन का नेतृत्व 27 गांव सर्वदलीय संघर्ष समिति के अध्यक्ष गंगाराम शेलार और उपाध्यक्ष गुलाब वजे ने किया।
27 गांव संघर्ष समिति द्वारा महानगरपालिका प्रशासन पर आरोप लगाया गया कि केडीएमसी में 27 गांवों को शामिल करने के बाद संपत्ति कर में दस गुना वृद्धि की गई। इस आंदोलन को मनसे का भी समर्थन प्राप्त था, संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल ने केडीएमसी के अधिकारियों से मुलाकात की और एक ज्ञापन पेश किया और बढ़े हुए संपत्ति कर को समाप्त करने की मांग की। आंदोलन में मनसे के जिलाध्यक्ष प्रकाश भोईर और डोंबिवली शहर अध्यक्ष मनोज घरत भी शामिल हुए।आंदोलनकारियों का कहना है कि 27 गांवों के नागरिक टैक्स नहीं देंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निगम के अधिकारी और कर्मचारी जबरन टैक्स वसूलने आते हैं तो कानून-व्यवस्था की समस्या होने पर वे पूरी तरह जिम्मेदार होंगे। क्योंकि 27 गांवों में केडीएमसी द्वारा लगाए गए संपत्ति कर का 27 ग्राम सर्वदलीय संघर्ष समिति द्वारा बिलों की राशि कम करने की बार-बार मांग की जा रही है।
मंगलवार को संघर्ष समिति की ओर से सैकड़ों नागरिकों ने महानगरपालिका मुख्यालय के सामने बिलों की होली जलाने का आयोजन कर बढ़े हुए संपत्ति कर बिल का जबरजस्त विरोध किया। इस दौरान महानगरपालिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इसके बाद समिति के प्रतिनिधिमंडल ने महानगरपालिका के अधिकारियों से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा, संघर्स समिति ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि संपत्ति कर को कम करने के लिए समिति संघर्ष करती रहेगी और अगर अधिकारी बिल की राशि को कम किए बिना वसूली के लिए आता है तो उसका जवाब दिया जाएगा।