Bhiwandi Municipal Corporation

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    भिवंडी. भिवंडी (Bhiwandi) के 3 जिम्मेदार अधिकारियों (Responsible Officials) को आरटीआई (RTI) के तहत जानकारी नहीं देना बेहद महंगा साबित हुआ है। शिकायत के उपरांत कोंकण कमिश्नर (Konkan Commissioner) के.एल बिश्नोई (K.L. Bishnoi) ने अधिकारियों पर जानकारी नहीं देने का गंभीर आरोप लगाते हुए प्रत्येक अधिकारी को 10  हजार रुपए का आर्थिक दंड ठोंक दिया है। कोंकण  कमिश्नर बिश्नोई के सख्त रवैए से महानगरपालिका सेवा में कार्यरत लापरवाह  अधिकारियों में खलबली मच गई है।

    गौरतलब है कि पिछले वर्षों महानगरपालिका प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की  भर्ती की गई थी। भर्ती में अनियमितता होने का गंभीर आरोप महानगरपालिका कर्मी संगीता नरोटे द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, एंटी करप्शन ब्यूरो आदि से करते हुए जांच की मांग की गई है। महानगरपालिका भर्ती में हुए घोटाले की जानकारी के लिए संगीता नरोटे नामक महानगरपालिका कर्मी ने आरटीआई के तहत महानगरपालिका स्थापना विभाग प्रमुख क्लर्क दीपक चव्हाण, सहायक आयुक्त शमीम अंसारी और सोमनाथ सोषटे से महानगरपालिका कर्मियों की भर्ती संबंधित कुछ जानकारी मांगी थी।

    जानकारी नहीं दी और टालमटोल करते रहे

    शिकायतकर्ता नरोटे का आरोप है कि संबंधित अधिकारियों ने आरटीआई के तहत बारम्बर जानकारी मांगे जाने पर भी कोई जानकारी नहीं दी और टालमटोल करते रहे। थक-हार कर शिकायतकर्ता नरोटे ने कोंकण खंडपीठ कमिश्नर बिश्नोई के समक्ष अपील दायर कर न्याय की फरियाद की। कमिश्नर बिश्नोई ने मामले की तहकीकात कर भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका के 3 जिम्मेदार अधिकारियों को कार्यों के प्रति लापरवाह करार देते हुए प्रत्येक को 10 हजार रुपए का आर्थिक दंड ठोंक  कर जल्द ही सरकारी खजाने में जमा करने का आदेश दिया है। कोंकण कमिश्नर के कड़क निर्णय से महानगरपालिका के लापरवाह अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।