नेवल मैटेरियल्स रिसर्च लेबोरेटरी अंबरनाथ की प्रयोगशाला से विकसित हुई 4 नई तकनीक

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    अंबरनाथ: देश के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) संचालित नेवल मैटेरियल्स रिसर्च लेबोरेटरी (NMRL) अंबरनाथ (Ambernath) के माध्यम से हाल ही में देश के अमृत जयंती वर्ष के अवसर रक्षा प्रयोगशाला में 4 नई तकनीक विकसित की गई है। देश की कुछ प्रमुख भागीदार कंपनियों के आला अधिकारियों के समक्ष उक्त तकनीक प्रस्तुत की गई।

    प्राप्त जानकारी के अनुसार, हाल ही में  डीआरडीओ उद्योग भागीदारों की बैठक स्थानीय एनएमआरएल प्रयोगशाला के सभागृह में आयोजित की गई थी। इस दौरान जंग संरक्षण प्रणाली, रिसाव मुक्त कनेक्शन, ध्वनिक कोटिंग और जैव प्रौद्योगिकी समाधान इस तरह 4 प्रयोग प्रस्तुत किए गए थे। स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव विभिन्न आयोजनों के माध्यम से मनाया जा रहा है। इसके तहत रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन, अंबरनाथ की नौसेना सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (एनएमआरएल) में देश में उद्योग भागीदारों के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया था। इसमें देश भर से विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।  इस दौरान एनएमआरएल की ओर से प्रयोगशाला में विकसित और विकसित किए जा रहे विभिन्न शोधों को प्रस्तुत किया गया।  इस अवसर पर भारतीय नौसेना के लिए डिजाइन की गई नई तकनीकों और प्रयोगों को पेश किया गया।  

    वैज्ञानिकों को मिली सफलता

    एनएमआरएल ने तेल मिश्रित समुद्री जल के कारण स्टील के क्षरण की प्रक्रिया को नियंत्रित करने और जंग को नियंत्रित करने के लिए जंग संरक्षक विकसित किए,  इसके अलावा  एनएमआरएल प्रदूषित तेलों में दूषित पदार्थों को खत्म करने के लिए जंग मुक्त उच्च क्षमता वाले एक्वाडक्ट उपकरणों, ध्वनिक कोटिंग्स और जैव प्रौद्योगिकी की मदद से समाधान खोजने में स्थानीय प्रयोगशाला के वैज्ञानिकों ने सफलता अर्जित की है। उक्त जानकारी साइंटिस्ट और एनएमआरएल के निदेशक पीटी रोजतकर ने दी।