Gaushala Bridge

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    उल्हासनगर: मानसून (Monsoon) के दौरान उल्हासनगर रेलवे स्टेशन (Ulhasnagar Railway Station) पश्चिम वालों को चिंता होती है कि गौशाला वाले रोड़ से उल्हासनगर स्टेशन कैसे पहुंचे। लगभग 4 दशक पुराने इस इस पुल के स्थान पर कब एक नए पुल का निर्माण किया जाएगा इसकी लोगों को चिंता थी। अब इस ब्रिज के लिए उल्हासनगर महानगरपालिका (Ulhasnagar Municipal Corporation) ने 4 करोड़ की निधि (Fund) का प्रावधान किया गया है।

    उक्त पुल के निर्माण के संदर्भ में अधिक जानकारी  देते हुए उल्हासनगर की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन दीपक (टोनी) शिरवानी ने बताया कि हर बार बरसात में वालधुनी नदी का पानी बढ़ने से गौशाला वाला पुल पुरी तरह से डूब जाता है। जिसकी वजह से स्टेशन की तरफ रहने वाले संजय गांधी नगर के हजारों नागरिकों को  तकलीफ का सामना करना पड़ता है इसी तरह लोकल ट्रेन से विविध प्रकार के सामान  ले जाने वाले लोगों को भी दिक्कत उठानी पड़ती रही है। इसी क्रम में जो बुजुर्ग या मरीज जिनको अपने निजी वाहन द्वारा उल्हासनगर रेलवे स्टेशन जाना हो वह भी पुल से पानी उतरने का घंटों इंतजार करते है। सिरवानी का कहना है कि काफी समय से गौशाला पुल के पुनर्निर्माण की मांग होती रही है।

    पुल का काम जल्द शुरू होगा

    स्थायी समिति के सभापति टोनी सिरवानी के अनुसार  गौशाला पुल का काम अब जल्द ही शुरू होगा। स्थानीय महानगरपालिका की निधि से बनने वाला नया पुल वाटर लेबल से लगभग 5 फुट ऊंचा होगा। साथ ही सीएचएम कॉलेज से उल्हासनगर रेलवे स्टेशन को जाने वाले पादचारी पुल का भी कार्य आने वाले समय में शुरू होगा और उसका निर्माण कार्य 10 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा जाएगा।