म्हराल गांव में मकान का स्लैब गिरने से एक महिला की मौत, बच्ची गंभीर रूप से घायल

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    कल्याण : कल्याण-मुरवाड रोड (Kalyan-Murwad Road) पर स्थित म्हराल गांव (Mharal Village) के सूर्यनगर क्षेत्र में घर की छत का स्लैब (Slab) गिरने से हुए हादसे में एक महिला की मौत (Death) हो गई जबकि एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। म्हराल गांव के पास बड़ी संख्या में पत्थर की खदानें हैं। अद्वितीयक खनिज संपदा के रूप में उपलब्ध है। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में खदानें हैं। इस खदान के मालिक दोपहर और रात में विस्फोट करते हैं। इससे म्हाराल गांव के साथ ही पास ही स्थित हनुमान नगर में भी घरों के टूटने, घरों पर पत्थर गिरने की घटनाएं आए दिन हो रही हैं। इन खदान के कारण म्हाराल का आदिवासी पाड़ा विस्थापन के कगार पर है। 

    सूर्यानगर महाराल गांव में अधिकतर चाली बस्ती है। इसी परिसर में रंजना उमाजी कांबले दो बेटियों और एक बेटे के साथ रहती थीं। उनके पति उमाजी कांबले का एक साल पहले निधन हो गया था। रंजना मजदूरी करती है, घरों में बर्तन धोती है और बच्चों को पढ़ाने के साथ ही पालन पोषण करती थी शुक्रवार सुबह करीब 3 से 3:30 बजे अचानक मकान की पटिया गिर गई और इस हादसे में रंजना कांबले (38) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसकी बेटी प्रज्ञा (18) गंभीर रूप से घायल हो गई, उसे इलाज के लिए मुंबई सायन अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। गनीमत रही कि पुत्र राज उम्र (16) वर्ष और बड़ी बेटी प्रीति उम्र (20) वर्ष करवट लेकर सो जाने से बाल-बाल बच गए। 

    बताया जाता है कि सूर्यनगर बस्ती के पास पत्थर की खदान है, जिससे कई लोगों के घर हिल गए हैं। कई दुर्घटनाएं खड़ी मशीनों और खदानों में विस्फोट से हो रही हैं। इसलिए इस मौके पर कल्याण तहसीलदार और म्हराल ग्राम प्रशासन द्वारा खदान पर तत्काल रोक लगाने की मांग जोर पकड़ती नजर आ रही है। एक साल पहले बच्चों के सर से पिता का साया उठ गया था और अब प्रीति, प्रज्ञा, राज अपनी मां को खो चुके हैं और इस दुर्घटना के कारण अनाथ हैं।