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    ठाणे: ठाणे महानगरपालिका (टीएमसी)का कार्यकाल 6 मार्च को समाप्त हो गया। ऐसे में महानगरपालिका के इतिहास में 36 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद अब ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) में पहली बार सभी कामकाज महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. विपिन शर्मा (Commissioner Dr. Vipin Sharma) के देखरेख में चलने की शुरुआत हो गई है और वर्ष 2017 में महानगरपालिका में निर्वाचित 130 और चार स्वीकृत नगरसेवकों का कार्यकाल 5 मार्च को समाप्त हो गया। साथ ही महापौर, उपमहापौर, स्थाई समिति सभापति, विरोधी पक्ष नेता सहित अन्य समितियों के सभापतियों और नौ प्रभाग समिति के अध्यक्षों का कार्यकाल भी समाप्त हो गया और इन प्रभाग समितियों पर सहायक आयुक्तों के देखरेख में सारे कामकाज अब होने वाले है। 

    गौरतलब है कि ठाणे महानगरपालिका के नगरसेवकों और महापौर का चुनाव ठीक इससे एक दिन पहले 5 मार्च तक हो जाना चाहिए था, लेकिन वर्तमान स्थिति में यह संभव नहीं हो पाया। 

    पहली बार प्रशासक की नियुक्ति 

    कोरोना संक्रमण के कारण ठाणे महानगरपालिका चुनाव अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। ऐसी स्थिति में न तो चुनाव हो पाएगा और ना ही महापौर का चुनाव होगा इसको देखते हुए आगामी 6 मार्च से ठाणे महानगरपालिका का कार्यभार पूरी तरह प्रशासक के हाथों में चला गया। इस तरह देखा जा रहा है कि ठाणे महानगरपालिका के 36 वर्ष के इतिहास में पहली बार यहां प्रशासक की नियुक्ति की गई है। 6 मार्च को ठाणे महानगरपालिका का कार्यकाल समाप्त हो गया और कार्यकाल समाप्त होने के साथ ही वर्तमान महापौर, विरोधी पक्ष नेता, उपमहापौर, स्थाई समिति सभापति, सभागृह नेता और 131 नगरसेवक सभी के सभी पूर्व हो गए। यानी उनके आगे पद के आगे अब पूर्व शब्द जोड़ दिया गया है। 

    टीएमसी कमिश्नर के हाथों में कमान

    6 मार्च से ठाणे महानगरपालिका प्रशासन का तमाम कार्यभार नियुक्त किए गए प्रशासक अर्थात महानगरपालिका के वर्तमान कमिश्नर डॉ. विपिन शर्मा के हाथों में आ गया है।  हालांकि इससे पहले ऐसा कयास लगाया जा रहा था कि बजट को लेकर 3 मार्च को ठाणे मनपा की महासभा का आयोजन किया जा सकता है। जिसमें यह आशा व्यक्त की जा रही थी कि शायद बजट को मंजूरी मिल जाए, लेकिन समय अभाव के चलते ऐसा नहीं हो पाया और लगातार तीसरे साल भी बिना महासभा की मंजूरी के बजट लागू किया जा सकता है। हालांकि इसके पहले ठाणे महानगरपालिका प्रशासन ने स्थाई समिति सभापति के समक्ष गत 10 फरवरी को ही बजट प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। दूसरी ओर जो स्थिति ठाणे महानगरपालिका को लेकर देखा जा रहा है, इस स्थिति से पहले ही कई महानगरपालिका और नगरपालिका जूझ रही है।

    इन जगहों पर पहले ही शुरू है प्रशासकीय कामकाज 

    ठाणे महानगरपालिका के आलावा नवी मुंबई महानगरपालिका, कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका के साथ ही कुलगांव बदलापुर, अंबरनाथ नगरपालिका भी प्रशासक की नियुक्ति पहले ही कर दी गई है। यहां गत 2 सालों से प्रशासक कार्यभार संभाल रहे हैं। ठाणे महानगरपालिका के साथ भी यही स्थिति आने से अब एक इतिहास बन गया है। 

    महापौर सहित सभी पदाधिकारियों के वाहन और कार्यालय को महानगरपालिका ने लिया वापस 

    अकसर देखा गया है कि महानगरपालिका का चुनाव की तिथि घोषित होने और फिर आचार संहिता घोषित होने के बाद महानगरपालिका के महापौर सहित अन्य पदाधिकारियों का वाहन और कार्यालय महानगरपालिका अपने कब्जे में लेती है, लेकिन ठाणे महानगरपालिका के इतिहास में पहली बार बिना चुनाव की घोषणा के महापौर सहित अन्य पदाधिकारियों का वाहन और कार्यालय को महानगरपालिका ने वापस ले लिया है। इस प्रकार महानगरपालिका प्रशासन की तरफ से महापौर, उप महापौर, स्थाई समिति सभापति, सभागृह नेता, विरोधी पक्ष नेता को दिए गए वाहन वापस ले लिया है। साथ ही महानगरपालिका के पांच विशेष समितियों क्रमशः महिला बाल विकास विभाग, झोपड़ पट्टी विकास सुधार समिति, शिक्षण समिति, आरोग्य समिति और क्रीड़ा समिति के अध्यक्षों का वाहन महानगरपालिका ने वापस ले लिया है। साथ ही महानगरपालिका की सीमा के अंतर्गत आने वाले नौ प्रभाग समितियों के सभापतियों का भी वाहन और कार्यालय महानगरपालिका ने जब्त कर लिया है।