Plastic
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भिवंडी: भिवंडी (Bhiwandi) में शासन द्वारा बैन (Ban) की हुई प्लास्टिक थैलियों (Plastic Bags) का उपयोग शासन के आदेश की धज्जियां उड़ा रहा हैं। दुकानदार, सब्जीवाला, ठेला वाला आदि सभी शासन द्वारा बैन की हुई प्लास्टिक थैलियों का खुलेआम इस्तेमाल कर रहे हैं। भिवंडी महानगरपालिका प्रशासन (Bhiwandi Municipal Administration) जानबूझकर भी चुप्पी साधे हुए है। गौरतलब है कि शासन द्वारा कम माइक्रोन की प्लास्टिक थैलियों पर पूर्णतया बैन लगाया गया है। प्लास्टिक थैलियों से प्रदूषण (Pollution) सहित नाली, गटर जाम होने की समस्या निर्माण होती है। 

कम माइक्रोन की प्लास्टिक थैलियों में खाद्य पदार्थ लेने से रासायनिक संक्रमण होने से शरीर में घातक बीमारियां पैदा होती हैं। कहने को तो शासन के निर्देशानुसार महानगरपालिका प्रशासन द्वारा सभी 5 प्रभागो में प्रतिबंधित प्लास्टिक थैली की बिक्री और उपयोग की रोकथाम के लिए महानगरपालिका कर्मियों की कमेटी बनाई गई है, बावजूद प्लास्टिक थैलियों का उपयोग धड़ल्ले से बाजारों में देखा जा रहा है। 

स्थानीय नागरिकों ने लगाया ये आरोप

स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि प्लास्टिक थैलियों के बैन के अनुपालन के लिए बनाई गई  महानगरपालिका के कर्मचारियों की टीम ही दुकानदारों से पैसे की उगाही कर अपनी जेब भर रही हैं। महानगरपालिका के कर्मचारी प्लास्टिक थैलियों की बिक्री, उपयोग को रोकने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाते हैं। तीन बत्ती, मंडई, पद्मा नगर, कामतघर, शांति नगर, अंजूरफाटा आदि प्रमुख बाजारों में दुकानदारों, ठेला वालों और सब्जी विक्रेताओं द्वारा धड़ल्ले से प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग किया जा रहा है।

महानगरपालिका प्रशासन की भूमिका पर उठते सवाल

नागरिकों का कहना है कि सरकार द्वारा पारित किसी भी आदेश का पालन महानगरपालिका प्रशासन नहीं करता है। भिवंडी में जनहित मुद्दों को लेकर शासन द्वारा जारी तमाम दिशा-निर्देश की धज्जियां उड़ा रही है। महानगरपालिका प्रशासन दिखावे के तौर पर कभी कभार कार्रवाई को अंजाम देता है। महानगरपालिका कर्मचारियों की टीम कार्रवाई के नाम पर अपनी जेब भर कर चुप हो जाती है। कई दुकानदारों, ठेला धारको ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि महानगरपालिका के कर्मचारी सुबह-शाम आकर वसूली करते हैं। कार्रवाई के नाम पर पैसा लेकर चुप्पी साध लेते हैं। रिश्वतखोरी की वजह से प्रतिबंधित प्लास्टिक थैलियों के उपयोग पर कोई अंकुश नहीं लग रहा है। महानगरपालिका कर्मियों की भ्रष्ट कार्यप्रणाली की वजह से प्लास्टिक थैलियों का उपयोग कर रहे दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं।

भ्रष्ट महानगरपालिका कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई 

उक्त संदर्भ में महानगरपालिका उपायुक्त (आरोग्य) दीपक झिंझाड़ का कहना है कि शासन द्वारा प्रतिबंधित प्लास्टिक थैलियों का उपयोग करना दंडनीय अपराध है। पर्यावरण सुरक्षा प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। प्रतिबंधित प्लास्टिक थैलियों का उपयोग कर रहे सभी दुकानदारों, सब्जी विक्रेताओं को ग्राहकों को प्लास्टिक थैली में समान नहीं देकर ग्राहकों से कपड़े का बैग लाने पर जोर देना चाहिए। सबके सहयोग से ही प्लास्टिक थैलियों पर प्रतिबंध की कामयाबी हासिल होगी। भ्रष्ट महानगरपालिका कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई होगी।