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    भिवंडी: महाराष्ट्र सहित भिवंडी शहर में खसरा, रूबेला धीरे-धीरे अपना पांव पसार रहा है। शासन के आदेश के अनुसार भिवंडी महानगरपालिका प्रशासन (Bhiwandi Municipal Administration) अलर्ट मोड़ पर है। महानगरपालिका के प्रशासक और कमिश्नर विजय कुमार म्हसाल (Commissioner Vijay Kumar Mhasal) ने स्वास्थ्य विभाग सहित तमाम विभागों के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित कर खसरा, रूबेला निवारक उपाय योजना को तत्काल आपातकालीन सुविधाएं सुचारू कर नागरिकों ‌को‌ सुविधा उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिए है। 

    बैठक में अतिरिक्त आयुक्त ओमप्रकाश दिवटे, उपायुक्त (मुख्यालय) दीपक पुजारी, शहर अभियंता सुनील घुगे, सहायक आयुक्त प्रणाली घोंगे, सहायक आयुक्त (स्वास्थ्य) प्रीति गाडे, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी बुशरा सैय्यद सहित सभी विभागों के प्रमुख और विभाग अध्यक्ष और अधिकारी उपस्थित थे। 

    जन जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन 

    गौरतलब है कि भिवंडी महानगरपालिका प्रशासन ने विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं स्वास्थ्य केंद्रों, छा

    त्रों की ओर से जन जागरूकता रैली और विभिन्न समुदायों के धार्मिक गुरु की मदद से खसरा और रूबेला के प्रकोप के बारे में नागरिकों के बीच जन जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया है। महानगरपालिका कमिश्नर विजय कुमार म्हसाल ने नागरिकों से अपील की है कि जिस तरह हम सब मिलकर कोरोना जैसी महामारी से मुकाबला किया वैसे खसरा,रूबेला से मुकाबला करेंगे। खसरा और रूबेला के प्रकोप को रोकने और प्रभावी रूप से नियंत्रित करने के लिए नागरिक अपने बच्चों को बुखार अथवा शरीर पर दाने होने पर नजदीकी महानगरपालिका के स्वास्थ्य केन्द्रों ले जाएं, जहां पर मुफ्त दवा उपलब्ध है। 

     

    भिवंडी में अब तक हो चुकी है तीन लोगों की मौत 

    भिवंडी महानगरपालिका स्वास्थ्य केन्द्रों पर 9 महिने से पांच वर्ष के आयु के जिन बच्चों को खसरा रूबेला का टीका नहीं लगा है, उन्हें निशुल्क टीका और विटामिन ए की खुराक दी जा रही है। नागरिकों को अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए सबसे पहले टीका पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कमिश्नर ने नागरिकों से अपील की है कि संक्रमित मरीज़ों के लिए आइसोलेशन की सुविधा धोबी तालाब स्थित खुदाबख्श हाल में व्यवस्था की गई है। यह बिमारी हवा के माध्यम से फैल रही है। शहर के हाट स्पाट और हाई रिस्क वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। भिवंडी में अभी तक खसरा से 3 मौत हो चुकी है।

     महानगरपालिका कमिश्नर ने दिए ये निर्देश

    • कोरोना की तर्ज पर वॉर रूम की स्थापना और स्वास्थ्य कर्मचारियों की नियुक्ति।
    • हॉट स्पॉट और संक्रमित और जोखिम वाले क्षेत्रों में विशेष शिविर का आयोजन।
    • 46 मरीजों की सूची के अनुसार वार्ड अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी और स्वास्थ्यकर्मी, पूर्व नगरसेवकों, समाजसेवियों और विभिन्न धर्म गुरूओं की बैठक आयोजित कर जागरूकता और टीकाकरण अभियान।
    • खसरा और रूबेला के लक्षणों संबंधी पोस्टर और बैनर लगाकर प्रचार और प्रसार और सोशल मीडिया और स्कूल और कालेज के छात्रों द्वारा जागरूकता रैली का आयोजन।
    • आशा वर्कर्स, आंगनवाडी सेविकाओं के मदद से प्रत्यक्ष सर्वेक्षण और टीकाकरण।
    • टीका नहीं लेने वाले छात्रों को महानगरपालिका के स्कूलों में प्रवेश ना देने का निर्णय।
    • निजी स्वास्थ्य केन्द्र अथवा चिकित्सकों के पास उपचार के लिए जाने वाले मरीजों की जानकारी इकट्ठा कर गंभीर स्थिति को नियंत्रण करने के लिए प्रयास।
    • गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए शहर में विशेष सफाई अभियान।
    • मजदूर बहुल बस्तियों, आदिवासी पाडा में मरीजों की संख्या नियंत्रित करने के लिए उपचारात्मक उपाय योजना और शाम के समय उड़ानपुल के नीचे विशेष शिविर का आयोजन।
    • रोग नियंत्रण करने के लिए आपातकालीन व्यवस्था तैयार करना।
    • कर्मचारियों की मदद से अस्पतालों और क्लीनिक से जानकारी इकट्ठा कर वार्ड समिति के स्तर पर कार्रवाई।
    • आपातकालीन स्थिति को देखते हुए सभी महानगरपालिका के अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द।
    • मरीजों की बढ़ती संख्या के आधार पर प्रभाग समिति क्रमांक-4 अंर्तगत खुदाबख्श हॉल पूरी तरह से सुसज्जित और आईजीएम अस्पताल में आइसोलेशन और निगरानी के लिए 20 बेड उपलब्ध कराए जाना शामिल हैं।