बीजेपी मंत्री रवींद्र चव्हाण ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर साधा निशाना!, कहा- जो पाप किए हैं उसे धो लें

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    कल्याण : एक तरफ जहां एक दिन में 28 किलोमीटर सड़क बन रही है। वहीं 8 साल से कल्याण शील रोड (Kalyan Sheel Road) का काम चल रहा है। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? इतना ही नहीं डोंबिवली (Dombivli) में पक्की सड़कों के लिए 472 करोड़ रुपए मंजूर किए गए। इसके लिए सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं। लेकिन इसे रोक दिया गया था, अब लोक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण (Minister Ravindra Chavan) ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) से अपील की है कि वह धनराशि वापस मंजूर करें और किए गए पापों को धो लें। सरकार में एक मंत्री ने मुख्यमंत्री को हाउस कॉल दिया है। जिसे लेकर सियासी गलियारों में बहस छिड़ गई है। लोक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण डोंबिवली के एक स्कूल के एक निजी कार्यक्रम में मौजूद थे। उस समय मंत्री रवींद्र चव्हाण अपने भाषण के दौरान भारी भीड़ के बीच में थे। 

    सड़क की बदहाली को लेकर मंत्री रवींद्र चव्हाण ने संबंधित विभाग के अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया। डोंबिवली शहर में रुकी हुई सड़क का कंक्रीटीकरण, 6 साल से चल रहे मानकोली ब्रिज और 8 साल से चल रहे कल्याण शिल रोड जैसी परियोजनाओं को इंगित किया गया है। इस अवसर पर बोलते हुए मंत्री चव्हाण ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गडकरी कहते हैं कि एक दिन में 28 किलोमीटर सड़क बनती है। बहरहाल हमें सोचना चाहिए कि हमारे साथ क्या हो रहा है और देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल में कल्याण शील रोड को मंजूरी दी गई, आठ साल हो गए लेकिन अभी भी कल्याण शील रोड पूरा नहीं हुआ है। हमें सोचना होगा कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है मैं साफ कह रहा हूं। कोई बाद में कहता है कि आप घर के हैं। लेकिन किसी को लोगों की इस भावना को व्यक्त करना चाहिए। विधायक रवींद्र चव्हाण ने ऐसा कटाक्ष किया। 

    वित्तीय स्वीकृत फंड रद्द कर दिया गया

    उन्होंने कहा कि राज्य में जब बीजेपी सत्ता में थी, तब उन्होंने डोंबिवली शहर के लिए 472 करोड़ की सड़कों को मंजूरी दी थी और इस सड़क के लिए डीपीआर तैयार किया था और टेंडर भी मंगाए गए थे। लेकिन सरकार के जाने के बाद की सरकार में किसको बुरा लगा कौन जाने। लेकिन वित्तीय स्वीकृत फंड रद्द कर दिया गया था। उन्होंने प्रस्ताव को मंजूरी के लिए फिर से जमा करने का आदेश देते हुए कहा है कि जिन लोगों ने इसे रद्द किया है वे इस फंड को फिर से मंजूरी देने के लिए जिम्मेदार हैं। लेकिन एक महीना हो गया है। इसी के चलते मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को उस समय किए गए पापों को धोने की मंत्री रविंद्र चव्हाण ने व्यंग्यात्मक सलाह दी। 

    रविंद्र चव्हाण ने कहा कि जल्द ही वे एक एप बनाएंगे कि सड़कों पर बने गड्ढों को 72 घंटे के भीतर भरना होगा और 72 घंटे के भीतर गड्ढा नहीं भरा गया तो उसके बाद जो हुआ उसके लिए जनता खुद जिम्मेदार होगी। लोक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण ने कहा कि यह निर्णय न केवल लोक निर्माण विभाग बल्कि पूरे राज्य में लागू किया जाएगा।