अंबरनाथ : अंबरनाथ में अंधाधुंध फायरिंग (Firing) मामले के मुख्य आरोपी पनवेल के गोल्डमैन पंढरीनाथ फड़के (Goldman Pandharinath Phadke) के दोनों बेटों को भी पुलिस ने पनवेल के ग्रामीण हल्के स्थित फॉर्म हाउस से गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है। स्थानीय शिवाजीनगर पुलिस (Shivajinagar Police) ने पनवेल स्थित फार्म हाउस में दबिश देकर फड़के के दो बेटों समेत लोगों को पकड़ने में सफलता अर्जित की है। ऊक्त मामले में पुलिस ने 32 को नामजद किया है इसमें अब तक 17 संदिग्ध आरोपी पकड़े गए है।
अंबरनाथ में 13 नवंबर को बैलगाड़ी दौड़ विवाद को लेकर अंधाधुंध फायरिंग हुई थी। इस मामले में पुलिस ने महाराष्ट्र राज्य बैलगाड़ी संघ के अध्यक्ष पंढरीनाथ फड़के समेत कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या के प्रयास समेत मकोका एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में आरोपी गुरुनाथ पंढरीनाथ फड़के के दोनों बेटों और मंगेश पंढरीनाथ फड़के को पुलिस ने 10 दिन बाद पकड़ा। गोली चलने की घटना के बाद से दोनों पिछले 10 दिनों से फरार चल रहे थे, शिवाजीनगर पुलिस को सूचना मिली थी कि ये दोनों कुछ अन्य साथियों के साथ पनवेल स्थित एक फार्म हाउस में छिपे हुए हैं।
इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 17 हो गई गई
शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन के पुलिस उप-निरीक्षक सुहास पाटिल और तुलसीराम सावंत ने अपनी टीम के साथ इस फार्म हाउस पर धावा बोलकर पंढरीनाथ फड़के के बच्चों को पकड़ने की कोशिश की। लेकिन जब वे वहां से भागे तो पुलिस ने उन्हें जंगल में खदेड़ दिया और गुरुनाथ और मंगेश फड़के समेत सात लोगों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की। इस पीछा करने के दौरान उपनिरीक्षक तुलसीराम सावंत भी घायल हो गए। इस बीच पुलिस ने जानकारी दी है कि गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से एक रिवाल्वर भी बरामद की गई हैं। अब इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 17 हो गई है। पुलिस ने बताया कि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।