नागरिक बैंक में भ्रष्टाचार सहित फर्जी शेयर होल्डरों का मामला

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    भिवंडी : शहर की प्रतिष्ठित नागरिक सहकारी बैंक (Citizen Cooperative Bank) भिवंडी भ्रष्टाचार सहित शेयर होल्डरों (Share Holders) के फर्जीवाड़े (Fraud) को लेकर विवादों के घेरे में है। आगामी माह में होने वाले बैंक संचालक मंडल चुनाव के पहले पूर्व चेयरमैन सहित संचालकों ने पुणे सहकार कमिश्नर और जिला उपनिबंधक ठाणे को लिखित पत्र देकर बैंक में हुए तमाम भ्रष्टाचार (Corruption) सहित फर्जी शेयर होल्डरों की मतदाता सूची की तहकीकात किये जाने की मांग की है।

    गौरतलब हो कि पुणे सहकार कमिश्नर और जिला उपनिबंधक ठाणे को दिए शिकायती पत्र में पूर्व चेयरमैन जयमाला पाटिल, संचालक रतन चव्हाण, सुरेंद्र मुले, सिद्दीकी पक्की आदि ने गंभीर आरोप लगाया है कि नागरिक सहकारी बैंक में 40 हजार शेयर होल्डर होने के बावजूद केवल 8 हजार 909 शेयर होल्डर की सूची चुनाव में मतदान के लिए 5 मई को प्रकाशित की गई है। मतदाता सूची पर आई आपत्तियों की सुनवाई कर ठाणे जिला उपनिबंधक ने 31 मई को अंतिम मतदाता सूची 9 हजार 798 शेयर होल्डर की जारी की है। शिकायत कर्ताओं का आरोप है कि संचालक मंडल द्वारा चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए 890 शेयर होल्डर के बोगस नाम सूची में डाले गए जो पूर्णतया फर्जी है। जिला उपनिबंधक द्वारा समाविष्ट किए गए कई शेयर होल्डर के नाम भी गलत तरीके से डाले गए जिनकी तहकीकात जरूरी है। शिकायत कर्ताओं का कहना है कि बैंक कार्यालय में ही बैठकर आपसी सलाह मशविरा से शेयर होल्डरों के फार्म सूची में शामिल किए गए हैं। जिसका खुलासा बैंक की सीसीटीवी से हो सकता है। निजामपुर रहिवासी क्षेत्र निवासी पुराने शेयर होल्डर अनीश पटेल ने भी मतदार सूची से अपना नाम गायब होने की शिकायत कर बैंक प्रबंधन से खुलासा मांगा है। 

    उक्त संदर्भ में नागरिक सहकारी बैंक के सीनियर संचालक राजू गाजेंगी नें सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि पुणे सहकार कमिश्नर और जिला उपनिबंधक के निर्देश पर ही बैंक का सभी कार्य बैंकिंग नियमों के तहत संपादित होता है। सहकार कमिश्नर की गाइडलाइन के तहत ही मतदाता सूची में शेयर होल्डर के तमाम नाम शामिल किए गए हैं। शेयर होल्डरों के बहुमूल्य सहयोग से ही बैंक संचालक मंडल तमाम बैंकिंग कार्य को अंजाम देता है।