ठाणे : कलवा रेतीबंदर (Kalwa Retibandar) में एफओबी (पैदल पुल) (Pedestrian Bridge) के मामले में रेलवे द्वारा निभाई जा रही भूमिका गैर जिम्मेदाराना है। रेलवे और संबंधित विभाग (Concerned Department) एमआरवीसी (MRVC) के इस लापरवाही भरी कार्यप्रणाली के कारण अब तक करीब 50 लोगों से भी अधिक की जान जा चुकी है। ऐसे में तत्काल मध्य रेलवे का एमआरवीसी एफओबी के निर्माण कार्य को शुरू करें। अन्यथा एनसीपी (NCP) पांचवें-छठे मार्ग का काम नहीं करने देगी। उक्त चेतावनी राज्य के गृहनिर्माण मंत्री डॉ. जितेंद्र आव्हाड ने दी।
उन्होंने ठाणे में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में मध्य रेलवे और एमआरवीसी विभाग पर उक्त आरोप लगाते हुए कहा कि एफओबी का भूमिपूजन वर्ष 2017 में किया गया था और अब पांच साल बीत चुके है। लेकिन, अब तक इस प्रस्तावित पादचारी पुल का काम अभी शुरू नहीं हुआ है। जिसके चलते हादसों में कई जानें जा रही है। इसके खिलाफ गृह निर्माण मंत्री आव्हाड ने आक्रामक रुख अपनाया है।उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में रेतीबंदर में रेलवे लाइन पार करते समय 50 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके लिए मध्य रेलवे जिम्मेदार हैं। इसलिए यदि तत्काल एफओबी के निर्माण का कार्य तत्काल शुरू होना चाहिए।
जितेंद्र आव्हाड ने ट्वीट कर मध्य रेलवे से किया सवाल
Plz answer @Central_Railway and @MrvcLtd pic.twitter.com/023YOklTd2
— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) October 27, 2021
रेलवे प्रशासन बोल रहा झूठ
वहीं इस संदर्भ में मध्य रेलवे की तरफ ट्वीट में कहा गया है कि पांचवें और छठे रेल लाइन का काम करने और अलॉयमेन्ट में बदलाव होने के कारण कामों में देरी हुआ है और इस संदर्भ में ठाणे महानगरपालिका के साथ भी बातचीत चल रही है। रेलवे प्रशासन के इस ट्वीट के संदर्भ में पूछे जाने पर आव्हाड ने रेलवे की ओर से किए गए ट्वीट को सौ फीसदी झूठ करार दिया है। उन्होंने कहा कि अलॉय मेन्ट में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है, इसलिए हम एक बार फिर दावा कर रहे हैं कि रेतीबंदर क्षेत्र में हादसों में 50 लोगों की मौत हुई है। इसके लिए सेंट्रल रेलवे और एमआरवीसी जिम्मेदार हैं। आव्हाड ने कहा कि बताया जा रहा है कि चर्चा चल रही है। क्या पिछले पांच साल से चर्चा शुरू हो गई है? साथ ही आव्हाड ने आंदोलन की भी चेतावनी दी।