Coastal road work will start from 7 January

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    ठाणे : ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) का बहुचर्चित 13 किमी के कोस्टल रोड परियोजना (Coastal Road Project) के संदर्भ में महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) ने और एक कदम बढ़ाते हुए इस परियोजना के आड़े आने वाले मैंग्रोव्ज (Mangroves) को कम काटने के साथ-साथ अब भूमि आरक्षण में भी बदलाव लाने के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया है। जोकि आगामी महासभा के पटल पर मंजूरी के लिए रखा जाने वाला है। 

    गौरतलब है कि पिछले कई वर्षो से गायमुख से खातेगांव कोस्टल रोड के संदर्भ में सिर्फ चर्चा हो रही थी। परंतु यह मार्ग अब साकार होने की दिशा में बढ़ रहा है और परियोजन के मार्ग में आ रही अड़चने भी धीरे-धीरे दूर होती दिखाई दे रही है। इसलिए महानगरपालिका प्रशासन की तरफ से सविस्तर प्रकल्प रिपोर्ट तैयार किया है। जिसका कुल 1200 करोड़ रूपए अपेक्षित है।

    इस काम को पूरा करने के लिए महानगरपालिका प्रशासन एमएमआरडीए से आर्थिक सहयोग लेने का निर्णय लिया है। और इस निधि के लिए महानगरपालिका ने एमएमआरडीए को  प्रस्ताव भी पेश किया है। परंतु दूसरी तरफ इस रिपोर्ट को पेश करने के आलावा अब खारेगाव से गायमुख तक जाते समय कम-से-कम मैंग्रोव्ज को काटना पड़े इस उद्देश्य से अब महानगरपालिका प्रशासन ने कदम बढ़ाया है। 

    कोस्टल रोड का 450 मीटर भूमिगत और साढ़े पांच किमी होगा उन्नत मार्ग 

    यह महत्वाकांक्षी कोस्टल रोड 13 किमी है। जबकि इसकी चौड़ाई 45 मीटर तक होगी। इस 13 किमी में से साढ़े पांच किमी (5.5 km.) का मार्ग सीआरजेड के अंतर्गत आ रहा है। ऐसे में किसी भी प्रकार से मार्ग में आने वाले मैंग्रोज की कटाई न करना पड़े इसके लिए मनपा प्रशासन ने यहां पर उन्नत मार्ग (एलिवेटेड) बनाने का निर्णय लिया है। इसके आलावा 450 मीटर का मार्ग एयर फ़ोर्स (रक्षा विभाग) के लिए आरक्षित अकबर कैंप की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भूमिगत बनाने का निर्णय लिया है। साथ ही इस मार्ग पर कोलशेत, वाघबिल, पातलीपाडा सहित चार जगहों पर कोस्टल रोड में प्रवेश करने और बाहर आने के लिए मार्ग दिए गए है। 

    घोड़बंदर रोड की यातायात जाम की समस्या से मिलेगा छुटकारा   

    यह कोस्टल रोड भिवंडी बाईपास से शुरू होने वाला है। यह पर एक बड़ा वाहनतल (पार्किंग प्लाजा) का निर्माण करना भी प्रस्तावित है। साथ ही इस कोस्टल रोड के बनने से घोड़बंदर रोड पर वर्तमान समय में हो रही यातायात जाम की समस्या से वाहन चालकों को छुटकारा मिलने का दावा महानगरपालिका प्रशासन ने किया है।

    एमएमआरडीए ने विकास प्रारूप में बदलाव का सुझाव 

    इस दरम्यान एमएमआरडीए ने विकास प्रारूप में बदलाव प्रस्तावित किया है। क्योंकि इस बाईपास के मार्गिका और विकास प्रारूप के रास्ते में अंतर है। जिसमें फ़ेरबदलाव करने की जरूरत एमएमआरडीए को सुझाया है। जिसके अनुसार अब महानगरपालिका शहर विकास विभाग ने आरक्षण में बदलाव किए जाने का प्रस्ताव तैयार कर महासभा की पटल पर मंजूरी के रखा है। 

    इन भूखंडों पर करना होगा बदलाव

    कोस्टल रोड परियोजना के अंतर्गत मुंबई आगरा रोड से लेकर मुंबई महानगर पालिका की पाइपलाइन उल्हास नदी पर खारीगांव स्थित 45 मीटर चौड़ाई की सड़क प्रस्तावित है। इस सड़क में बाधित 4.75 हेक्टर जमीन के आरक्षण में बदलाव करना होगा। साथ ही यहां पर हाई कैपेसिटी मास ट्रांजिट सिस्टम (एचसीएमटीआर) कारशेड के कुछ भाग और हरित क्षेत्रों का समावेश है। वहीं बालकूम से गुजरने वाला मार्ग उन्नत स्वरूप का (एलिवेटेड) होगा इसलिए इस जगह पर किसी भी प्रकार से आरक्षण में बदलाव न किये जाने की बात महानगरपालिका शहर विकास विभाग ने कही है। 

    कोस्टल रोड ठाणे शहर की यातायात जाम की समस्या से छुटकारा देने वाला एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसलिए इसके लिए आने वाला खर्च के लिए आर्थिक सहयोग के लिए एमएमआरडीए से मांग की गई है। साथ ही परियोजना में मैंग्रोज को बचाने के लिए उन्नत और भूमिगत मार्ग बनाया जाएगा। इसके लिए आरक्षण में बदलाव किए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

    - शैलेन्द्र बेंडाले , नियोजन अधिकारी, शहर विकास विभाग, ठाणे महानगरपालिका