अगले ढाई साल में बनकर तैयार हो जाएगा चिखलोली स्टेशन : डॉ. श्रीकांत शिंदे

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    अंबरनाथ : बदलापुर (Badlapur) और अंबरनाथ (Ambernath) के बीच प्रस्तावित चिखलोली स्टेशन के निर्माण के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण का कार्य प्रगति पथ पर और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। भूमि अधिग्रहण (Land Acquisition) की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आगामी ढ़ाई  साल में स्टेशन बनकर तैयार हो जाएगा। यह जानकारी कल्याण संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने मध्य रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक शलभ गोयल के साथ हुई बैठक के बाद स्थानीय पत्रकारों को दी।

    बदलापुर और अंबरनाथ रेलवे स्टेशन के मध्य चिखलौली गांव के समीप एक नया रेलवे स्टेशन बनाए जाने की मांग पिछले कई दशकों से की जा रही है। दोनों शहरों की सीमा तक रिहायसी इलाका बन जाने के कारण लोगों की सुविधा को देखते हुए उक्त स्टेशनों के बीच स्टेशन बनाए जाने की मांग पिछले बीस साल से स्थानीय उत्तरभारतीय नेता प्रमोद पांडेय, भाजपा अल्पसंख्यक सेल के पदाधिकारी टी प्रभुदास कर रहे है इसके अलावा भाजपा और शिवेसना ने लोकसभा के अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी स्टेशन बनाने का आश्वासन दिया था। इसके अलावा चिखलोली में स्टेशन बनाए जाने की मांग लगभग सभी रजनीतिक दलों द्वारा की जाती रही है। 

    कल्याण संसदीय क्षेत्र ने सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे के प्रयासों को सफलता मिली उसके बाद रेल मंत्रालय ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरु की है जो अब अंतिम चरण में है। इसके लिए 15 करोड़ 96 लाख रुपए का शुरुआती खर्च संभावित है। कल्याण से बदलापूर के बीच मंजूर तीसरी और  चौथी रेलवे लाइन के साथ ही चिखलौली स्टेशन का काम शुरू करने की योजना रेल विभाग की है। इसके लिए 10  हेक्टर जगह की जरूरत है  इसमें  3.3 हेक्टर जमीन महाराष्ट्र  औद्योगिक विकास  महामंडल (एमआईडीसी)  आधा हेक्टर शासकीय और 4.5 हेक्टर जगह किसानों और बिल्डरों की है। निजी क्षेत्र के जमीन मालिको से भुसंपादन करने का काम उल्हासनगर के उपविभागीय कार्यालय (एसडीओ) के माध्यम से किया जा रहा है।