CID will investigate MMRDA home scam, many officers and councilors are likely to be accused

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    ठाणे : ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) की सीमा में हुए एमएमआरडीए गृह घोटाले में अब नया मोड़ आ गया है। दरअसल, राज्य के गृहमंत्री (Home Minister) दिलीप वलसे पाटिल (Dilip Walse Patil) ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच राज्य की सीआईडी विभाग (CID Department) के हाथों सुपुर्द कर दिया है। सरकार के इस निर्णय से घोटाले में शामिल ठाणे महानगरपालिका के अधिकारियों और नगरसेवकों (Corporators) पर गाज  गिरने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

    गौरतलब है कि अब एमएमआरडीए के गृह घोटाले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन इस घोटाले में ठाणे महानगरपालिका के कई अधिकारी और  नगरसेवक भी शामिल रहे हैं। लेकिन उनके खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई अब तक नहीं की गई।

    इस घोटाले के जांच की गति तेज नहीं हुई

    इस मामले को लेकर ठाणे कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण ने आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटील ने अब इस घोटाले की जांच मुंब्रा और डायघर पुलिस से लेकर इसे राज्य सीआईडी को सौंपने का आदेश उन्होंने दिया है। साथ ही उन्होंने दावा है कि यदि भ्रष्टाचार के इस मामले की सीआईडी जांच शुरू हुई तो ठाणे महानगरपालिका के कई अधिकारी और नगरसेवक लपेटे में आएंगे। चव्हाण ने कहा कि एमएमआरडीए के गृह घोटाले मामले का पर्दाफाश तो पहले ही हुआ था। लेकिन इस घोटाले के जांच की गति तेज नहीं हुई। पकड़े आरोपियों को बचाने के लिए राजनीतिक पहल होने के कारण जांच प्रक्रिया बाधित हुई। तब जाकर इस घोटाले की जांच की मांग राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील से कांग्रेस ने की।

    दोषियों को बचाने की कोशिश 

    एमएमआरडीए गृह घोटाले के मामले मुंब्रा डायघर पुलिस थाने में दर्ज है इस प्रकरण में ठाणे महानगरपालिका के ठेकेदार, सुरक्षा बोर्ड की ओर से तैनात किए गए महानगरपालिका में सुरक्षा रक्षक, निजी लिपिक के खिलाफ मामले दर्ज हुए। मामले दर्ज होने के बाद स्थानीय पुलिस थाने पर राजनीतिक दबाव पड़ा और दोषियों को बचाने की कोशिश की गई। जिस कारण जांच की गति तेजी नहीं पकड़ पाई। तब कांग्रेस की ओर से राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटील को लिखित निवेदन देकर मांग की गई कि इस घोटाले की जांच राज्य विभाग को सौंपी जाए। उन्होंने निवेदन को स्वीकार करते हुए  घोटाले की जांच सीआईडी को  करने आदेश दे दिया। 

    कांग्रेस का आरोप रहा है कि एमएमआरडीए के गृह घोटाले में ठाणे महानगरपालिका  के कुछ नामचीन पदाधिकारियों के साथ ही नगरसेवकों की भी संलिप्तता है। जिस कारण इस मामले की जांच में कई तरह की राजनीतिक बाधाएं डाली जा रही थी। इसको लेकर शहर कांग्रेस ने अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने राज्य के गृहमंत्री  पाटिल से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। इस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता और  इंटक अध्यक्ष सचिन शिंदे व गिरीश कोली भी मौजूद थे।