Bhiwandi

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    भिवंडी: भिवंडी शहर के पाश इलाके गोकुल नगर स्थित कोंबड पाड़ा में लोग पानी की भारी कमी से जूझ रहे हैं। कोंबड पाड़ा रहिवासी संघर्ष समिति सदस्यों ने भिवंडी महानगरपालिका (Bhiwandi Municipal Corporation) के अतिरिक्त आयुक्त ओमप्रकाश दिवटे से मुलाकात कर क्षेत्र में समुचित पानी आपूर्ति (Water Supply) सुनिश्चित किए जाने की गुहार लगाई हैं।  अतिरिक्त आयुक्त दिवटे ने पानी की कमी को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर 8 दिन में पानी समस्या का समाधान किए जाने का भरोसा दिया है। 

    उक्त अवसर पर संघर्ष समिति सदस्य कृष्णा गाजेंगी, नाना झलके, अशोक जैन,नितिन काठवले, भाई बनगे, अजय पाटिल, नागेश जंपाल, शरद पाटिल श्रीनिवास अड़ीगोपुला, अरुण कडू, मधुकर पाटिल, राजू पोतन, अजय नेहरकर, नितिन शेलकंडे सहित तमाम क्षेत्रीय नागरिक उपस्थित थे।  

    लोग कर रहे हैं टैंकर का पानी उपयोग 

    गौरतलब है कि महानगरपालिका अतिरिक्त आयुक्त ओमप्रकाश दिवटे को कोंबड़ पाड़ा रहिवासी संघर्ष समिति के सदस्यों ने बताया कि विगत 6 माह से कोंबड़ पाड़ा क्षेत्र में लोग पानी की भयंकर कमी से जूझ रहे हैं। आलम यह है कि महानगरपालिका जलापूर्ति विभाग द्वारा समुचित तरीके से पानी सप्लाई न किए जाने की वजह से अधिसंख्य इमारतों में पीने के पानी के लिए प्राइवेट टैंकर का पानी उपयोग में लाया जा रहा है। पानी की कमी से जूझ रहे लोगों को महानगरपालिका जलापूर्ति विभाग भी एक-दो दिन में पानी टैंकर भेजकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेता है।  विगत 5-6 माह से क्षेत्र में पानी की ठीक से सप्लाई नहीं हो रही है। 24 घंटे में 10-15 मिनट ही पानी मिलता है, जिससे महिलाओं को घरेलू कामकाज निपटाने में भी काफी दिक्कत उठानी पड़ती है। 

    एक लाख रुपए से अधिक का टैंकर मालिकों को किया भुगतान  

    महानगरपालिका से बार-बार शिकायत के बाद भी पानी संकट निवारण के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठाया जाता है।  अतिरिक्त आयुक्त दिवटे को कई सदस्यों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए बताया कि करीब 6 माह की अवधि के दौरान करीब एक लाख रुपए से अधिक का पानी निजी टैंकर मालिकों को भुगतान कर सोसायटी में पानी उपयोग में लिया गया हैं। नागरिकों से पानी, हाउस टैक्स लेने वाली महानगरपालिका अगर पीने का पानी भी नहीं दे सकती तो बेहद शर्मनाक हैं।  

    जनप्रतिनिधि के अलावा किसी की नहीं सुनते कर्मचारी 

    लोगों ने क्षेत्रीय पूर्व जनप्रतिनिधियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नेतागिरी और दिखावे के लिए क्षेत्र में स्थित पानी की टंकी का प्रतिवर्ष उद्घाटन होता है, लेकिन पानी आपूर्ति कभी सुनिश्चित नहीं की जाती है। क्षेत्र में पानी संकट को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई जाती सिर्फ तमाशा किया जाता है। क्षेत्रीय नागरिक पानी संकट से जूझ रहे हैं, लेकिन किसी को कोई चिंता नहीं है। नागरिकों ने जलापूर्ति विभाग के अधिकारी, कर्मचारी पर भी लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि महानगरपालिका जलापूर्ति विभाग के अधिकारी, वालमैन सब जनप्रतिनिधियों के कहने पर ही काम करते हैं। महानगरपालिका के वालमैन वेतन तो महानगरपालिका से लेते हैं, बावजूद नागरिकों की कोई शिकायत नहीं सुनते, सिर्फ जनप्रतिनिधियों के आदेश मानते हैं। मनमानी तरीके से पानी सप्लाई करने वाले वालमैनों का ट्रांसफर जरूरी है। 

    एमपी, एमएलए भी कर चुके हैं महानगरपालिका से शिकायत

    पानी समस्या को लेकर केंद्रीय मंत्री कपिल पाटिल और विधायक महेश चौगुले भी महानगरपालिका कमिश्नर से कई बार शिकायत कर चुके हैं। महानगरपालिका अतिरिक्त आयुक्त ओमप्रकाश दिवटे ने जलापूर्ति कनिष्ठ अभियंता संदीप पटनावर से पूरी जानकारी ली और 8 दिन में संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर पानी संकट निवारण का भरोसा देते हुए जलापूर्ति में लापरवाही और मनमानी कर रहे कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी है।