उल्हासनगर में कोरोना से लड़ने के लिए बनी संघर्ष समिति

Loading

अंबरनाथ में भी कोरोना संघर्ष समिति गठित हुई

उल्हासनगर. उल्हासनगर शहर में कोरोना संक्रमण से त्रस्त मरीजों की दयनीय परिस्थित और उनकी आकस्मिक मौतों को देखते हुए उल्हासनगर कैम्प क्रमांक 1 स्थित झूलेलाल मंदिर में मंदिर के प्रमुख भाऊ लीलारामजी की उपस्थिति में शहर के समाज सेवकों की एक बैठक रखी गयी, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि हमें मिलकर उन सभी संक्रमित मरीज़ों को सही और निशुल्क इलाज दिलाने हेतु शासन और प्रशासन को बार-बार जगाना होगा और कोरोना स्पष्ट और कोरोना संक्रमित मरीजों को सही और निशुल्क इलाज दिलाने के लिये हमें खुलकर मैदान में उतरना पड़ेगा. 

शुरुआती दौर में उल्हासनगर के समाजसेवी संतोष पांडेय, प्रकाश तलरेजा, पीएस आहुजा, बंडू देशमुख और अन्य समाजसेवी इस समिती से जुड़कर  कोरोना के विरुद्ध संघर्ष समिति का गठन करके सभी सदस्यों नें मिलकर यह निर्णय लिया कि हमें शासन और प्रशासन के जिम्मेदार से रु-ब- रु होकर कोरोना संदिग्ध और कोरोना संक्रमित एवं साधारण मरीज़ों को सही और निशुल्क इलाज दिलाने के लिए विविध राजनीतिक दलों, सामाजिक संस्थाओं, एनजीओ के प्रमुखों के सहयोग से शासन प्रशासन को जगाने का कार्य करते हुए बीमारी को रोकने का काम करेंगे. अंबरनाथ में योगेश चलवादी के नेतृत्व में कोरोना संघर्ष समिती का गठन हुआ. उल्हासनगर से संतोष पांडेय तो अंबरनाथ में से  योगेश चलवादी,  रमेश डोंगरे, नितिन व अन्य सहयोगियों के मार्गदर्शन में कोरोना विरुद्ध लड़ाई में अपनी कमर कस ली है.