ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र के 110 शिवसेना शाखाओं पर कब्जे को लेकर संभ्रम

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    ठाणे : ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र में करीब 110 शिवसेना शाखाएं (Shivsena Branches) है। जिसमें से तक़रीबन 70 शाखाएं शिवसेना की अधिकृत है। जबकि शिवसेना सूत्रों को माने तो 40 शाखाएं खुद शाखा प्रमुख की नियुक्ति होने के बाद अपनी जगह पर बना रखी है। ये शाखाएं भी शिवसेना के सूची में शामिल है। लेकिन इन शाखाओं को लेकर आम शिवसैनिकों में संभ्रम की स्थिति की देखी जा रही है। शिंदे गुट के लोग स्वयं को आज भी शिवसैनिक बताते हुए शाखाओं पर खुद का कब्जा बता रहे है और कुछ शाखाओं पर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के समर्थक (Supporter) अपना बता रहे है। लेकिन, इसी बीच शहर के कई शाखाओं पर नए नवेले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) को दिए जाने शुभेच्छा बैनर में शिंदे के साथ-साथ पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे के लगे फोटो से असंजस की स्थिति बनी हुई है। 

    आपको बतादें कि पिछले कुछ दिनों से शिंदे गुट शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे गुट पर हावी होने की कोशिश कर रहा है। इसमें शिंदे गुट की ओर से ठाकरे गुट को एक के बाद एक धक्का दिया जा रहा है। अभी दो दिन पहले ही ठाणे से शिवसेना के 66 पूर्व नगरसेवकों ने शिंदे गुट में जाते हुए उद्धव ठाकरे को जोर का झटका दे दिया। ऐसे में, ठाकरे गुट में केवल एक ठाणे के सांसद राजन विचारे की पत्नी नंदिनी विचारे ही एकमात्र शेष रह गई है। इस बीच, शिंदे गुट ने पहले आनंद आश्रम को अपने कब्जे में ले लिया है। उसके बाद ठाणे में इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गई है कि शिवसेना की शाखा हर कार्यकर्ता की ताकत का स्तंभ मानी जाती है। ऐसे में शिवसेना की शाखाओं की कमान कौन संभालेगा। क्योंकि एक शाखा प्रमुख के रूप में राजनीति की शुरुआत के ही एकनाथ शिंदे आज मुख्यमंत्री पद तक पहुंचे हैं। इस शाखा से ही शाखा प्रमुख के रूप में राजनीती पारी शुरू कर कई लोग नगरसेवक और विधायक चुने गए है। इसलिए शिवसेना शाखा को काफी अहमियत आज भी है। ऐसे में देखा जा रहा है शहर में कई शिवसेना शाखाओं पर मुख्यमंत्री शिंदे के लिए लगे शुभकामना बैनर में शिवसेना के बालासाहेब ठाकरे, धर्मवीर आनंद दिघे के साथ-साथ शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे के फोटो भी झलक रहे है। 

    शाखा प्रमुखों के निर्णय पर टिकी निगाहें  

    जहां तक ठाणे का सवाल है तो शिवसेना के वरिष्ठ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ठाणे में शिवसेना की करीब 110 शाखाएं हैं। इन शाखाओं में लगभग डेढ़ गुना शाखा प्रमुख है। ऐसे में शिंदे समूह अब दावा कर रहा है कि ये सभी शाखाएं हमारी हैं। ऐसे अब सवाल खड़ा होने लगा है कि जब पार्टी के पूर्व नगरसेवक अब शिंदे गुट के हो लिए है तो क्या शाखा प्रमुख भी शिंदे समूह में शामिल होंगे? हालांकि, शहर की कई  शाखाओं में आज भी पूर्व नगरसेवक बैठते देखे जा सकते हैं। लेकिन अब देखना होगा कि शाखा प्रमुख क्या फैसला लेते हैं। 

    दोनों के समर्थक ठोंक रहे दावा  

    ठाणे के पूर्व नगरसेवकों के साथ शिवसेना के ठाणे जिला प्रमुख नरेश म्हस्के और महिला अघाड़ी प्रमुख मीनाक्षी शिंदे का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के दल में शामिल होने के बाद अब सवाल यह उठने लगा है कि इस मौके पर शिवसेना की शाखा किसकी है और कब्जा किसका है। ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र में शिवसेना की करीब 110 शाखाएं हैं। हलांकि, अब इन शिवसेना शाखाओं पर भी शिंदे समूह का कब्जा होने लगा है। क्योंकि शिंदे समूह के लोगों का कहना है कि, हम शिवसैनिक हैं, इसलिए हमारा दावा है और यह शाखा भी हमारी है। जबकि ठाकरे के समर्थक भी शाखाओं पर अपना दावा ठोंकते दिखाई दे रहे है।  इनका कहना है कि शिवसेना शाखा पार्टी का मुख्य कार्यालय है और शाखा प्रमुख ताकत है। ऐसे में भले शाखा प्रमुख अन्य गुट में जाए लेकिन शिवसेना शाखा पर क़ानूनी रूप से कब्जा मूल शिवसेना का ही रहेगा। 

    ‘हमने शिवसेना शाखा को खड़ा करने के लिए कई संघर्षों को झेले है। इसके लिए जेल तक जाना पड़ा है। इसलिए शाखा हमारा ही है और हम अभी भी शिवसेना में ही है। इसलिए शाखा को लेकर किसी भी प्रकार का संभ्रम पैदा होने का सवाल ही नहीं है।’ – नरेश म्हस्के (पूर्व ठाणे जिला, प्रमुख, शिवसेना)