
ठाणे : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) के गुट को शिवसेना और धनुष-बाण मिल गया है, अब इस गुट ने शिवसेना (Shiv Sena) के शाखाओं (Branches) पर दावा ठोंका है। जिसे लेकर ठाकरे गुट (Thackeray Faction) ने आपत्ति जताई है। ठाकरे गुट के सांसद राजन विचारे, जिला प्रमुख केदार दिघे, मधुकर देशमुख सहित अन्य पदाधिकारियों ने पुलिस कमिश्नर जयजीत सिंह (Police Commissioner Jaijit Singh) को पत्र देकर शिंदे गुट पर लगाम लगाने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की गुहार लगाई है। ऐसे लिहाजा आने वाले दिनों में इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि ठाणे में शिवसेना की शाखा पर कब्जे को लेकर एक और बवाल खड़ा हो सकता है। ठाणे में शिवसेना की करीब 110 शाखाएं हैं। अब उस शाखा पर भी शिंदे गुट का कब्जा होने लगा है। शिंदे का गुट का कहना है कि चूंकि हम शिवसैनिक हैं, और चुनाव आयोग ने भी उन्हें पार्टी का नाम और चिन्ह दिया है। इसलिए अब ये शाखाएं भी हमारी हैं।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ठाणे में आनंद आश्रम को दोनों गुटों द्वारा अपने कब्जे में लेने के बाद काफी बवाल हुआ था। आनंद आश्रम, जिसे पहले आनंद मठ के नाम से जाना जाता था, नाम बदलकर अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आनंद आश्रम कर दिया गया है। इस पर उद्धव ठाकरे गुट ने नाराजगी जताई थी। लेकिन अब शिवसेना शिंदे गुट में आ गई है, अब शिंदे गुट की ओर से शाखाओं पर भी कब्जा करने की हलचल शुरू हो गई है।
पत्र में 56 साल में शिवसेना की स्थापना के बाद से महाराष्ट्र में शिवसेना की कई शाखाएं और कार्यालय स्थापित हुए थे। इनमें शिवसेना के कार्यालय (शाखाएं) पिछले कई वर्षों से ठाणे शहर के विभिन्न हिस्सों में कार्यरत है। कुछ शाखाएं शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के स्वामित्व में हैं और कुछ पार्टी कार्यालय निजी संपत्ति मालिकों के स्वामित्व में हैं और संपत्ति शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के कब्जे में है।
इसके बावजूद शिंदे गुट द्वारा पुलिस बल का प्रयोग करते हुए पार्टी कार्यालयों (शाखाओं) को जब्त किया जा रहा है। साथ ही हमें जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार जहां पार्टी के विरुद्ध समूह की अयोग्यता का प्रश्न और चुनाव आयोग द्वारा लिए गए गलत निर्णय का प्रश्न सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है, हिन्दू ह्रदय सम्राट शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे द्वारा खोली गई पुरानी शाखाओं को हड़पने की साजिश शिंदे के गुंडों द्वारा की जा रही है। पुलिस तंत्र का काम है कि शहर की कानून व्यवस्था न बिगड़े इसलिए शिंदे गुट को उचित समझ दे। अन्यथा कानून व्यवस्था की समस्या होने पर पूरी जिम्मेदारी शिंदे गुट और पुलिस विभाग की रहेगी।
शाखाएं शिवसेना की हैं। नाम और चिन्ह मिलने के बाद अब हमारी शाखाएं हैं। हम उन शाखाओं को लेंगे जो हमारी हैं। - नरेश म्हस्के, प्रवक्ता, शिवसेना।
- नरेश म्हस्के, प्रवक्ता, शिवसेना।
दिवंगत बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे का नाम का गलत तरीके से उपयोग शिंदे गुट द्वारा किया जा रहा है। जबकि उन्होंने इस प्रकार का संस्कार शिवसैनिकों को नहीं दिया था। अगर ऐसा होता है, तो यह आम शिवसैनिकों के लिए धक्कादायक है।
- केदार दिघे, जिला प्रमुख, उद्धव बालासाहेब ठाकरे-शिवसेना।