Conversion of Municipal Hospitals into Covid Hospitals

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    नवी मुंबई. कोरोना (Corona) की पहली और दूसरी लहर (Second Wave) के दौरान महानगरपालिका क्षेत्र में आईसीयू बेड (ICU Bed) और वेंटिलेटर (Ventilators) की कमी महसूस की गई थी। तीसरी लहर के आने पर यह कमी महसूस नहीं होने पाए इसके लिए महानगरपालिका की ऐरोली (Airoli) और  नेरूल (Nerul) स्थित अस्पताल (Hospital) को कोविड अस्पताल (Covid Hospital) में रूपांतरित करने का काम युद्धस्तर पर जारी है, जिसका निरीक्षण (Inspected) महानगरपालिका कमिश्नर (Municipal Commissioner) ने किया।

    गौरतलब है कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए महानगरपालिका कमिश्नर अभिजीत बांगर द्वारा महानगरपालिका की ऐरोली और नेरुल की अस्पतालों में कोरोना के मरीजों का उपचार करने के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। महानगरपालिका  की इन दोनों अस्पतालों में कोरोना से संक्रमितों का उपचार करने के लिए स्वास्थ्य सुविधा, ऑक्सीजन प्लांट और सिलेंडर, उपचार में लगने वाले उपकरणों, दवा और  मनुष्यबल की यथा उचित व्यवस्था की जा रही है। इन सभी कामों की जानकारी और निरीक्षण करने के लिए महानगरपालिका कमिश्नर ने उक्त दोनों अस्पतालों का दौरा किया। इस मौके पर महानगरपालिका के शहर अभियंता संजय देसाई के साथ महानगरपालिका के अन्य अधिकारी और  दोनों अस्पतालों के मुख्य चिकित्सक मौजूद थे।

    अंतिम चरण में है अस्पतालों के रूपांतरण का काम

    प्रथम चरण में नेरुल स्थित मनपा अस्पताल की 6 वीं और  7 वीं मंजिल और ऐरोली की अस्पताल की चौथी और 5 वीं मंजिल पर कोरोना के मरीजों के उपचार के लिए सुविधाएं मुहैया कराने का काम किया जा रहा है। यह काम अब अपने अंतिम चरण पर है। काम की गुणवत्ता में किसी प्रकार की कमी नहीं होने पाए। ऐसा निर्देश महानगरपालिका कमिश्नर बांगर ने संबंधित विभाग के अधिकारी को दिया है। शार्ट सर्किट से लगने का खतरा ज्यादा होता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए महानगरपालिका कमिश्नर ने इलेक्ट्रिकल से संबंधित सभी काम को गंभीरता और गुणवत्ता के साथ कराने का आदेश भी महानगरपालिका कमिश्नर  ने दिया है।

    ओपीडी और आईपीडी सेवा नहीं होगी बाधित

    कोविड अस्पताल में रूपांतरित हो रही नेरुल और ऐरोली की अस्पतालों में सामान्य मरीजों का उपचार भी किया जाता है। इसके लिए इन अस्पतालों में अलग से ओपीडी और आईपीडी की व्यवस्था है। कोरोना की तीसरी लहर के दौरान यह सेवा बाधित नहीं होने पाए, इस बात की जानकारी भी महानगरपालिका कमिश्नर ने लिया। इन दोनों अस्पतालों में सामान्य बीमारी का उपचार कराने के लिए आने वालों को किसी तरह की असुविधा नहीं होने पाए, इस बात का विशेष तौर से ध्यान देने का निर्देश महानगरपालिका कमिश्नर ने दोनों अस्पतालों के मुख्य चिकित्सकों को दिया है। महानगरपालिका की तुर्भे और बेलापुर की अस्पतालों में भी उपचार की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध कराने का आदेश भी महानगरपालिका कमिश्नर ने महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग को दिया है।

    लगाए जा रहे ऑक्सीजन टैंक

    कोविड अस्पताल में रूपांतरित हो रही नेरुल और ऐरोली की अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं होने पाए,इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है। इन दोनों अस्पतालों में ऑक्सीजन मुहैया कराने के लिए टैंक लगाने का काम किया जा रहा है। महानगरपालिका कमिश्नर ने इस काम को गुणवत्ता के साथ तेज गति से करने का आदेश संबंधित विभाग को दिया है। कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमितों की पहचान जल्द से जल्द हो इसके लिए महानगरपालिका की आरटी-पीसीआर लैब की काम का निरीक्षण महानगरपालिका कमिश्नर ने किया।