CORONA

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    भिवंडी : भिवंडी (Bhiwandi) पावरलूम (Powerloom) नगरी में कोरोना (Corona) मरीजों (Patients) के मामले (Case) तेजी से बढ़ रहे है। भिवंडी महानगरपालिका (Municipal Corporation) द्वारा एंटीजन जांच (Antigen Test) और आरटीपीसीआर जांच (RTPCR Test) से पॉजिटिव (Positive) आने वाले मरीजों को ही कोरोना का आंकड़ा बताया जा रहा है। बावजूद, शहर में अधिसंख्यक लोग घर बैठे ही टेस्टिंग किट से आसानी से कोरोना की जांच कर पॉजिटिव पाए जाने पर डॉक्टरों से उपचार करा रहे है।

    टेस्टिंग किट से हो रही जांच का कोई भी आंकड़ा महानगरपालिका प्रशासन के पास नहीं है। शहर के जागरूक नागरिकों की माने तो भिवंडी शहर में हर दूसरा-तीसरा व्यक्ति कोरोना संक्रमित है।  संक्रामक बीमारियों से पीड़ित मरीजों से शहर के निजी अस्पताल भरे हुए है। शहर में अधिसंख्यक लोग कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए इधर-उधर भटक रहे है। जिन पर महानगरपालिका प्रशासन की कोई पकड़ नहीं है।

    गौरतलब है की, समूचे देश में वैश्विक महामारी कोरोना प्रसार निरंतर तेजी से बढ़ रहा है। प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका व्यक्त की जा रही है। पावरलूम नगरी भिवंडी में भी कोरोना संक्रमित मरीजों का बम फूट रहा है बावजूद अधिसंख्य लोग कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर कोरोना संक्रमण को दावत दे रहे है। महानगरपालिका प्रशासन की बारंबार अपील और कड़ाई के बावजूद कोरोना का ग्राफ निरंतर बढ़ने से प्रशासन की चिंता बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग सूत्रों के अनुसार जनवरी माह में अब तक महानगरपालिका स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा 4303 लोगों की कोरोना जांच हुई। जिसमें 680 लोग कोरोना संक्रमित  पाए गए है। महानगरपालिका आंकड़ों की मानें तो भिवंडी में करीब 15 से 20% लोग कोरोना बीमारी की चपेट में आकर उपचार को मजबूर है।

    घर बैठे ही कोरोना की जांच 

    भिवंडी शहर में महानगरपालिका द्वारा की जा रही कोरोना जांच के आंकड़ों पर अंगुलियां उठने लगी है। मेडिकल सूत्रों की माने तो सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार होने पर अधिसंख्य लोग आईजीएम अस्पताल में शुरू मुफ्त कोरोना टेस्टिंग को नजरअंदाज कर मेडिकल स्टोर से कोवी सेल्फ, कोवी फाइंड नामक टेस्टिंग किट खरीद कर एंटीजन टेस्ट की तरह घर बैठे ही कोरोना की जांच कर रहे है। घर बैठे किट से की गई जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर डॉक्टरों से घर बैठे ही आसानी से उपचार का  लाभ प्राप्त कर रहे है। हैरतअंगेज तथ्य है की, महानगरपालिका प्रशासन के पास घर बैठे टेस्टिंग किट से कोरोना की जांच कर पॉजिटिव आने वाले मरीजों का कोई भी आंकड़ा नहीं है।

    शहर में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी

    जागरूक नागरिकों का कहना है की महानगरपालिका प्रशासन द्वारा संचालित कोरोना जांच सेंटर में करीब 200-300 लोगों की जांच प्रतिदिन होती है। बावजूद, मेडिकल चलाने वालों की माने तो भिवंडी के करीब 600 से अधिक मेडिकल स्टोरों से ही प्रतिदिन करीब 1000 लोग कोरोना टेस्टिंग किट खरीद कर अपने घर ले जाते हैं और घर बैठे ही जांच कर उपचार ले रहे है। भिवंडी में किट नहीं मिलने पर लोग कल्याण, ठाणे आदि से टेस्टिंग किट खरीद कर ला रहे है। कोरोना जांच किट कोवी सेल्फ और कोवी फाइंड करीब 250 रुपए में आसानी से मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध है, जो इंडियन काउंसिल मेडिकल रिसर्च से मान्यता प्राप्त है। बेहद चिंताजनक है की, कोरोना मरीजों की संख्या शहर में तेजी से बढ़ रही है। बावजूद, महानगरपालिका के पास कोई सही आंकड़ा नहीं है।

    पॉजिटिव मरीजों का सही आंकड़ा प्राप्त किया जा सके

    जागरूक नागरिकों का कहना है की महानगरपालिका प्रशासन को मेडिकल स्टोर वालों से टेस्टिंग किट खरीदी करने वालों का आंकड़ा रखने का निर्देश देना चाहिए। ताकि, किट खरीदी करने वाले लोगों की पहचान कर पॉजिटिव मरीजों का सही आंकड़ा प्राप्त किया जा सके। उक्त संदर्भ में महानगरपालिका प्रमुख मेडिकल अधिकारी डॉक्टर कारभारी खरात का कहना है  की कोरोना टेस्टिंग किट कोवी सेल्फ, कोवी फाइंड संबंधित कोई भी दिशा-निर्देश स्वास्थ्य विभाग अथवा शासन से नहीं मिला है। कोरोना टेस्टिंग किट खरीदी करने वालों का डाटा मेडिकल स्टोरों को रखना चाहिए। महानगरपालिका स्वास्थ्य विभाग समग्र जानकारी प्राप्त कर उचित कदम जरूर उठाएगा।