Crack in the Mumbra-Shil-Airoli flyover bridge under construction!

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    ठाणे. मुंब्रा-शील-ऐरोली फ्लाईओवर निर्माणाधीन ब्रिज में दरार (Crack)आने का मामला सामने आया है। जिसके बाद अब इसकी गुणवत्ता को लेकर प्रश्न खड़ा हो गया है। पुल (Bridge) के ढांचे को बनाने में उपयोग की जा रही छड़ों पर केमिकल का लेप लगाए बिना उसका उपयोग किया जा रहा है। ऐसे में पुल  के अभी से कमजोर और खतरनाक होने की संभावना बन गयी है। ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) के विरोधी पक्ष नेता शानू उर्फ अशरफ पठान (Ashraf Pathan) ने गृहनिर्माण मंत्री डॉ. जितेंद्र आव्हाड के आदेशानुसार एनसीपी शहर अध्यक्ष आनंद परांजपे के मार्गदर्शन में शनिवार की सुबह निर्माण स्थल का दौरा किया।

    उस पुल  के निर्माण में बड़े पैमाने पर धांधली, अनियमितता और लापरवाही की बात का खुलासा हुआ। पठान ने ब्रिज के निर्माण कार्य को लेकर असंतोष जताया है और ठेकेदार द्वारा खुद के फायदे के लिए लोगों की जान को खतरे में डालने का आरोप लगाया है। पठान ने एमएमआरडीए, नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे और गृह निर्माण मंत्री डॉ. जितेंद्र आव्हाड को पत्र देकर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की हैं।

    हल्के दर्जे के सामानों का उपयोग होने का आरोप

    मुंब्रा-शील-कल्याण और ऐरोली परिसर की ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए मुंब्रा वाय जंक्शन से एमएमआरडीए के माध्यम से फ्लाईओवर का निर्माण शुरू है। पठान के मुताबिक, केमिकल का लेप न लगाने से स्लैब के भीतर की छड़ों में कुछ समय बाद जंग लगना शुरू हो जाएगा और फिर वे कमजोर होकर टूटेंगी जिससे पुल अल्प अवधि में खतरनाक हो जाएगा और किसी भी समय बड़ी घटना की आशंका बनी रहेगी। पठान ने पुल के निर्माण में हल्के दर्जे के सामानों का उपयोग होने का आरोप लगाया है। पठान के अनुसार जैसे पिछले दिनों मुंबई में निर्माणाधीन ब्रिज का स्लैब धराशायी हुआ वैसा ही हादसा यहां कभी भी हो सकता है।