ठाणे. महानगरपालिका (Municipal Corporation) में विपक्ष के नेता (Opposition Leader) अशरफ उर्फ शानू पठान (Ashraf Alias Shanu Pathan) ने आरोप लगाते हुए कहा है कि ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) के श्मशान घाट (Crematorium) और कब्रिस्तान (Graveyard) में कार्यरत कर्मचारियों के वेतन भूगतान में भारी भ्रष्टाचार (Corruption) व्याप्त है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार द्वारा श्मशान घाट और कब्रिस्तान में कार्यरत सैकड़ों कर्मचारियों का वेतन महानगरपालिका से लिया जा रहा है, जबकि यहां केवल एक ही कर्मचारी को तैनात किया गया है।
पठान ने कहा कि श्मशान घाटों और कब्रिस्तानों के भ्रष्टाचारियों का ठिकाना जेल में है। उन्होंने मांग की है कि महानगरपालिका आयुक्त ठेकेदारों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनके ठेके को रद्द करें। उल्लेखनीय है कि विरोधी पक्षनेता अशरफ उर्फ शानू पठान को सूचना मिली थी कि दिवा प्रभाग समिति क्षेत्र में स्थित श्मशान घाट और कब्रिस्तान में भारी भ्रष्टाचार शुरू है। पठान के अनुसार स्थानीय नगरसेवक बाबाजी पाटिल, नगरसेविका सुलक्षणा पाटिल, पूर्व नगरसेवक हीरा पाटिल के साथ उन्होंने फड़केपाड़ा, खर्डी, शिलफाटा, पडले, डायघर, मोठी देसाई, तांबडीचा पाड़ा, खिडकाली, पाटिल पाड़ा, भोलेनाथ नगर स्थित नौ गांवों के श्मशान घाटों का निरीक्षण किया। इसी बीच यह श्रम घोटाला सामने आया। इन श्मशान घाटों के रखरखाव, मरम्मत और सेवा के लिए अमृत इंटरप्राइजेज और अन्य ठेकेदारों को ठेका दिया गया है। इन ठेकेदारों ने महानगरपालिका से करीब 250 कर्मचारियों का वेतन वसूल किया है। हालांकि, हकीकत में हर श्मशान घाटों और कब्रिस्तान में एक ही कर्मचारी की तैनाती की गई है। यहां केवल एक अकेला ही कर्मचारी सफाई के साथ-साथ अंतिम संस्कार भी करता नजर आया। हालांकि पठान ने खुलासा किया कि ठेकेदार शेष कर्मचारियों के वेतन को जेब में रख रहे थे।
इस बीच अमृत इंटरप्राइजेज और अन्य ठेकेदारों को श्मशान घाटों की सफाई और रख-रखाव का ठेका दे दिया गया है। हालांकि इन श्मशान घाटों और कब्रिस्तानों की स्थिति बेहद खराब है। यहां सफाई की समस्या है, इसके लिए अमृत इंटरप्राइजेज और दूसरे ठेकेदार जिम्मेदार हैं। एक ही कर्मचारी द्वारा सफाई और शवों का दाह संस्कार कराया जा रहा है। इन अमृत इंटरप्राइजेस और अन्य ठेकेदारों ने भ्रष्टाचार से श्मशान घाटों और कब्रिस्तानों को दयनीय अवस्था में पहुंचा दिया है। पठान ने कहा कि वे इस मामले को महानगरपालिका आयुक्त के संज्ञान में ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों द्वारा करोड़ों रुपए की ठगी की गई है। इसे लेकर वे सोमवार को संबंधित के समक्ष दस्तावेज पेश करेंगे। श्मशान घाटों और कब्रिस्तानों में मृतकों की खोपड़ी पर मक्खन खाने वाले ठेकेदारों के पास स्कूल की सफाई, घंटा गाड़ी, कचरा साफ करने आदि का ठेका होता है। इसलिए संभव है कि इस ठेके में भी काफी भ्रष्टाचार हुआ हो। इसलिए इन सभी अनुबंधों को रद्द कर दिया जाना चाहिए और उन्हें काली सूची में डाल दिया जाना चाहिए।इतना ही नहीं पठान ने कहा कि इन पर मामला दर्ज कर जेल में डाल देना चाहिए।