Vitthal Gosavi

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    भिवंडी: मुंबई-वडोदरा हाइवे (Mumbai-Vadodara Highway) मार्ग में बाधित होने वाले किसानों (Farmers) के जमीन का मुआवजे की रकम 11 करोड़ 66 लाख 64 हजार रुपए को फर्जी किसानों (Fake Farmers) को खड़ा कर गबन करने के आरोप में मास्टरमाइंड भिवंडी प्रांत कार्यालय का नायब तहसीलदार विठ्ठल गोसावी (Deputy Tehsildar Vitthal Gosavi) को आखिरकर शांति नगर पुलिस ने गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है। प्रकरण में अभी तक कुल 17 आरोपियों की गिरफ्तारी कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने नायब तहसीलदार विठ्ठल गोसावी को न्यायालय में पेश करने पर 23 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। 

    प्राप्त जानकारी के अनुसार, 25 अप्रैल को भिवंडी प्रांत कार्यालय के लिपिक संजय गाढवे ने शांति नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। फर्जीवाडा  में कार्यालय का शासकीय अधिकारी शामिल होने की शंका व्यक्त की जा रही थी। शुरूआती जांच में पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। धीरे-धीरे आरोपियो की संख्या 17 पर पहुंच गयी। 

    मुंबई के गोराई से किया गिरफ्तार

    गिरफ्तार आरोपियो से पूछताछ के दरमियान गबन का मुख्य आरोपी और सूत्रधार नायब तहसील विठ्ठल गोसावी है का खुलासा हुआ।  गोसावी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज होते ही  फरार हो चुका था। शांति नगर पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही थी। 3 दिन बाद  नायब तहसीलदार विठ्ठल गोसावी को शांति नगर पुलिस ने आखिरकर मुंबई स्थित गोराई से गिरफ्तार कर लिया। भिवंडी कोर्ट में पेश करने पर न्यायधीश ने 23 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

    हो सकते हैं और भी कई खुलासे

    तहसीलदार की गिरफ्तारी से अभी और अन्य फर्जीवाडे का खुलासा होने की उम्मीद है। नायब तहसीलदार विठ्ठल गोसावी को 24 फरवरी के दिन एंटी करप्शन ब्यूरो ठाणे की टीम ने गिरफ्तार किया था, किन्तु 24 घण्टे में ही उसकी जमानत हो गयी थी।  उक्त जानकारी जांच अधिकारी पुलिस निरीक्षक निलेश बडाख ने दिया है।