उल्हासनगर कैम्प 5 के नागरिक डंपिंग ग्राउंड के धुएं और बदबू से परेशान

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TOK ने मनपा आयुक्त से समस्या से निजात दिलाने की मांग  

उल्हासनगर. उल्हासनगर कैम्प क्रमांक 5 परिसर स्थित अवैध  डंपिंग ग्राउंड पर कई दिनों से लगती भयंकर आग और विषैला धुआं परिसर के हजारों नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. मनपा प्रशासन इस समस्या से स्थायी निजात दिलाए इसलिए शुक्रवार को स्थानीय नागरिकों खासकर महिलाओं ने डंपिंग ग्राउंड पर निषेध किया.

बरसात व डंपिंग ग्राउंड में मरे जानवरों की बदबू से स्थानीय निवासियों में रोष व्याप्त है. विशेषकर उल्हासनगर कैम्प 5 में अनेकों मंदिर व आश्रम एवं दरबार हैं, जिसमें हर रोज़ बड़ी संख्या में भक्त आते हैं, उनको भी इस विषैले धुंए और बदबू से परेशानी होती है. स्थानीय नगरसेवकों, नागरिकों, व्यापारियों द्वारा कई अनशन व आंदोलन हुए, लेकिन प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती. 6 महीने पहले एनजीटी में भी गुहार लगाई गई थी. एनजीटी द्वारा उल्हासनगर मनपा को नोटिस भेजकर 2 महीने में डंपिंग ग्राउंड हटाने की कवायद करने पर विचार करने बोला गया था.  उल्हासनगर  मनपा पर जुर्माना भी लगाया गया, लेकिन अभी तक डंपिंग ग्राउंड नहीं हटा.

कुछ स्थानीय नागरिकों ने टीम ओमी कालानी के पदाधिकारी पियूष वाघेला तक अपनी समस्या पहुंचाई,  तीन दिन पहले एक  विरोध प्रदर्शन स्थानीय नागरिकों द्वारा डंपिंग ग्राउंड पर किया गया व मनपा आयुक्त समीर उन्हाले को अपनी मांग वाला निवेदन पत्र मुख्यालय में जमा किया.