भिवंडी के मुस्लिम धर्मगुरुओं ने ठाणे पुलिस कमिश्नर को लिखा पत्र
भिवंडी. भिवंडी के मुस्लिम धर्म के तमाम प्रमुख मौलाना, इमाम तथा धार्मिक संस्थाओं से जुड़े पदाधिकारियों में ठाणे पुलिस कमिश्नर को लिखित पत्र भेजकर सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करने के साथ ईद की नमाज ईदगाह व मस्जिदों में पढ़ने की अनुमति देने की मांग की है.
ठाणे पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर को भिवंडी के मौलाना मुफ्ती सैयद, मोहम्मद हुजैफा कासमी, मौलाना कलीम उल्लाह कासमी, मौलाना मोहम्मद यूसुफ रजा कादरी, मौलाना औसाफ़ अहमद फलाही, हाफिज मोहम्मद अकरम, मौलाना लईक अहमद कासमी, सैयद इजहार हुसैन जैदी, मौलाना शमशाद नूरी, मौलाना कबीर रिजवी ने संयुक्त हस्ताक्षर युक्त पत्र भेजकर बताया है कि देश में कोरोना वायरस फैलने के कारण देश में लॉक डाउन घोषित किया गया है जिसके कारण मस्जिदों में भीड़ होने की वजह से नमाज पर पाबंदी लगाई है, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन हो सके और संक्रमण नियंत्रण भी हो सके.
सरकार के इस फरमान का मुस्लिम समुदाय ने पूरी तरीके से पालन किया. ठाणे पुलिस आयुक्त को भेजे गए ज्ञापन में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने बताया कि रमजान का पवित्र महीना चल रहा है और शीघ्र ही ईद का त्यौहार आने वाला है, जो साल में एक बार आता है और मुस्लिम समुदाय के साथ-साथ अन्य समाज में भी इसका बहुत महत्व है.भिवंडी शहर सदैव अमन- शांति का संदेश देता रहा है पिछले तमाम वर्षों से सांप्रदायिक भेदभाव से ऊपर उठकर देश भर में अपनी एक मिसाल कायम किया है. यदि शासन, प्रशासन नीचे लिखे गए 3 अहम मुद्दों पर गंभीर रूप से विचार करके पवित्र कार्य में आगे आकर सहयोग दिया तो प्रदेश में एक अच्छा उदाहरण बन सकता है.
- वर्तमान समय गहन इबादत का समय है, क्योंकि पवित्र रमजान का महीना चालू है और ऐसे में मुस्लिम समुदाय चिंता से पीड़ित है.
- ईद की नमाज साल में एक बार पढ़ी जाती है और देश कोविड-19 जैसी महामारी से जूझ रहा है. ऐसे कठिन समय में देश हित में सामूहिक दुआएं भी होंगी.
- ईद की नमाज का मुस्लिम समुदाय के लोगों में बहुत बड़ा धार्मिक महत्व है.धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ईद के त्यौहार पर ईदगाह और मस्जिदों में ईद की नमाज पढ़ना आवश्यक है.
उक्त सभी धार्मिक नियमों को ध्यान में रखते हुए गंभीरता से विचार कर तत्काल रुप से कार्रवाई करते हुए भिवंडी शहर में सोशल डिस्टेंसिंग नियम का पालन करते हुए ईद की नमाज ईदगाह व मस्जिदों में पढ़ने का परमिशन देने का कष्ट करें..