
ठाणे : ठाणे शहर सहित जिले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) और बागी शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) समर्थकों के बीच सीधे टकराव (Confrontation) की स्थिति बन गई। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा बहुमत परीक्षण के आदेश के बाद, ठाणे पुलिस ने शहर में शिवसेना की महत्वपूर्ण शाखाओं, केंद्रीय कार्यालयों और शिवसेना के प्रमुख पदाधिकारियों के घरों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए चार से पांच हजार से अधिक अधिकारी और कर्मचारी के आलावा राज्य रिजर्व बल की तीन टुकड़ियां और दंगा नियंत्रण दस्ते को भी तैनात किया गया है।
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह के कारण ठाणे जिले में एकनाथ शिंदे समर्थक और शिवसेना ऐसे दो गुट बन गया हैं। एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद शिंदे के समर्थकों ने ठाणे और आसपास के शहरों में जमाखोरी शुरू कर दी है। कल्याण में शिवसैनिकों और शिंदे समर्थकों के बीच विवाद हो गया है। वहीं, ठाणे में भी इस प्रकार के कयास लगाए जा रहे है। साथ ही विश्वास मत प्रस्ताव भी है और कोई अप्रिय घटना न घटे इसलिए पुलिस ने भी कानून व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास तेज कर दिए हैं। ठाणे से बदलापुर और भिवंडी तक ठाणे पुलिस के करीब चार से पांच हजार अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए हैं ,साथ ही राज्य रिजर्व पुलिस बल की तीन टुकड़ियां और दंगा नियंत्रण दस्ते को भी बुलाया गया है।
कार्यकर्ताओं के बीच विवाद चल रहा है। यह विवाद अधिक न बढ़ जाए इसलिए ठाणे शहर के तालाबपाली अर्थात मासुंदा तालाब परिसर में शिवसेना की केंद्रीय शाखा, जिले की कुछ महत्वपूर्ण शाखाएं, जनप्रतिनिधियों के जनसंपर्क कार्यालय, संवेदनशील क्षेत्र, शिवसेना ने ठाणे जिले में महत्वपूर्ण पदाधिकारियों के घरों के बाहर भारी पुलिस सुरक्षा तैनात की है। स्थानीय पुलिस द्वारा भी शहर में गश्त की जा रही है।
सोशल मीडिया पर भी नजर
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम सोशल मीडिया पर भी नजर बनाए हुए हैं।” अधिकारी ने कहा कि देखा गया है कि ‘मीडिया में शिंदे समर्थकों और शिवसेना कार्यकर्ताओं के बीच विवाद भी सामने आने लगे हैं। इसलिए पुलिस के सोशल मीडिया विभाग के साथ-साथ स्थानीय पुलिस ने सोशल मीडिया और स्थानीय मीडिया चैनलों की निगरानी शुरू कर दी है।