
उल्हासनगर : बिजली (Electricity) की खपत की तुलना में बिजली उपभोक्ताओं (Electricity Consumers) द्वारा बिजली के बिल का समय पर भुगतान नहीं किए जाने से महावितरण (Mahavitaran) की आर्थिक स्थिति (Economic Condition) बिगड़ती जा रही है। महावितरण प्रशासन द्वारा कोकण परिक्षेत्र में नवंबर महीने के करंट बिलो की वसूली का लक्ष्य रखा था लेकिन उसमें महकमे ने उल्लेखनीय काम नहीं किया इसलिए कोंकण क्षेत्रीय संभाग (Konkan Regional Division) के संयुक्त प्रबंध निदेशक प्रसाद रेशमे ने वसूली कार्य में तेजी लाने और न्यूनतम वसूली के उद्देश्य को प्राप्त करने के सख्त निर्देश दिए है।
कोकण क्षेत्रीय मंडल में कल्याण, भांडुप, रत्नागिरी, नाशिक और जलगांव मंडलों के मुख्य अभियंता और इसमें पेण, ठाणे, वाशी, कल्याण वन और टू, वसई, पालघर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, नासिक, मालेगांव, अहमदनगर, धुले, जलगांव, नंदुरबार भी शामिल है। रेशमे ने उक्त आदेश कल्याण परिमंडल कार्यालय में अधीक्षक अभियंता के साथ हुई समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि महावितरण के कुल राजस्व में 40 प्रतिशत से अधिक का योगदान करने वाले कोकण क्षेत्रीय प्रभाग की वसूली में हर महीने कमी आ रही है। रेशमे ने आगे कहा कि महकमे में उपलब्ध कर्मचारियों और अधिकारियों को वसूली कार्य में तेजी लाकर निर्धारित उद्देश्य प्राप्त करना होगा।
वरिष्ठ अधिकारियों को समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए
संयुक्त प्रबंध निदेशक (प्रशासन) रेशमे ने बैठक में बताया कि नवंबर महीने में वर्तमान बिजली बिल के रूप में 3 हजार 107 करोड़ रुपए अपेक्षित थे। लेकिन चालू बिल में अभी भी 1 हजार 336 करोड़ वसूली कम हुई है। वहीं कोकण क्षेत्रीय संभाग में के कुल बकाया और वर्तमान विद्युत बिलों को ध्यान में रखते हुए कृषि पंप ग्राहकों को छोड़कर बिजली बिल की वसूली 5,734 करोड़ रुपए बाकी है। दूसरी ओर कृषि पंप ग्राहकों को सितंबर 2020 से मौजूदा बिजली बिलों सहित 1,672 करोड़ रुपए और कृषि नीति-2020 योजना के तहत 50 प्रतिशत रियायत के बिना 4,404 करोड़ रुपए की वसूली की उम्मीद थीं। हालांकि मौजूदा बिजली बिल के सिर्फ 65 करोड़ रुपये और रियायत की शुरू योजना के अंतर्गत 198 करोड़ वसूल हो सके है। महावितरण की विकट स्थिति को देखते हुए प्रधान कार्यालय द्वारा जारी मासिक आपूर्ति विच्छेदन सूची पर उपभोक्ताओं को तत्काल विद्युत आपूर्ति बंद करने का आदेश देते हुए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए है।
उन्होंने गैर-कृषि बिजली की खपत बढ़ाने, बिजली की हानि को कम करके राजस्व बढ़ाने, शहरी क्षेत्रों में बिजली रिसाव को कम करने, योजना का लाभ उठाकर कृषि पंप ग्राहकों से करंट और बकाया की वसूली में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। बैठक में भांडूप परिमंडल के मुख्य अभियंता सुरेश गणेशकर, कल्याण परिमंडल के मुख्य अभियंता धनंजय औंढेकर, नाशिक परिमंडलाचे मुख्य अभियंता दीपक कुमठेकर, जलगांव परिमंड के मुख्य अभियंता कैलास हुमणे, कोकण (रत्नागिरी) परिमंडल के मुख्य अभियंता विजय भटकर सहित मंडल कार्यालय के अधीक्षक उपस्थित थे।