डायघर में शुरू होगा कचरा परियोजना, कचरे से पैदा की जाएगी बिजली, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी से आ रही मशीनें

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    ठाणे : ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) पिछले कई सालों से डंपिंग (Dumping) की समस्या से जूझ रही है। ऐसे में इस पर काबू पाने के लिए, महानगरपालिका प्रशासन ने कुछ साल पहले डायघर (Diaghar) में कचरा (Garbage) से बिजली निर्माण (Power Generation) करने की परियोजना को लागू करने का निर्णय लिया था। लेकिन पिछले साल इस परियोजना का खर्च अधिक होने का तर्क देते हुए महानगरपालिका प्रशासन ने परियोजना को स्थगित कर दिया था। लेकिन, अब इस परियोजना को फिर से लागू करने के लिए महानगरपालिका ने लिया है और घनकचरा विभाग द्वारा इस परियोजना को लागू करने के लिए जोरदार गतिविधियां भी शुरू कर दी गई है। महानगरपालिका के अनुसार जहां इस परियोजना का पहला चरण दिसंबर में चालू हो जाएगा। वहीं जिस मशीन से ऊर्जा उत्पन्न होगी उसे ऑडियो-विजुअल के माध्यम से महानगरपालिका के समक्ष पेश किया जाएगा। साथ ही महानगरपालिका घनकचरा विभाग का कहना है कि निकट भविष्य में ये मशीनें भी कार्यान्वित होगी। 

    वर्तमान समय में शहर में करीब 1 हजार मीट्रिक टन कचरा पैदा हो रहा है। इसमें 515 मीट्रिक टन गीला कचरा, 441 मीट्रिक टन सूखा कचरा और 125 मीट्रिक टन सीएनडी कचरा (मलबा) शामिल है। इस बीच पिछले 14 साल से महानगरपालिका प्रशासन डायघर कचरा परियोजना को पटरी पर लाने के लिए प्रयासरत है। तदनुसार, महानगरपालिका घनकचरा विभाग ने डायघर में कचरे से बिजली पैदा करने की परियोजना को लागू करने का निर्णय लिया था। इस परियोजना स्थल तक पहुंचने के लिए सड़क निर्माण, वृक्षारोपण और सुरक्षा दीवार का काम पूरा कर लिया गया है। इसके लिए एक सलाहकार भी नियुक्त किया गया था। इन सबके लिए महानगरपालिका ने 27 करोड़ रुपए खर्च किए थे, लेकिन लागत बढ़ने के कारण महानगरपालिका ने परियोजना को बंद करने का फैसला किया था। 

    परन्तु, अब एक बार फिर महानगरपालिका इस जगह पर कचरे से ऊर्जा उत्पादन परियोजना लागू करने जा रही है। इसके लिए कदम उठाते हुए ऊपर से गुजरने वाले महावितरण के हाईटेंशन तार को भी हटा दिया है। साथ ही परियोजना स्थल की ओर जाने वाली सड़क का निर्माण भी पूरा हो गया है और  वृक्षारोपण का कार्य भी चल रहा है। 

    मंगलवार को होगा प्रस्तुतीकरण

    महानगरपालिका के घनकचरा विभाग के उपायुक्त मनीष जोशी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में महत्वपूर्ण मानी जा रही मशीन का मंगलवार को प्रेजेंटेशन किया जाएगा। ये मशीनें ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी से आ रही है। इसे ऑडियो-विजुअल के माध्यम से महानगरपालिका के अधिकारियों के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। उसके बाद इस मशीन की खरीद के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।