कल्याण : ठाणे जिले (Thane District) में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं (Projects) को केंद्र सरकार (Central Government) और राज्य सरकार (State Government) द्वारा अनुमोदित किया गया है। ये परियोजनाएं ठाणे जिले के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। लेकिन कुछ परियोजनाओं में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया बेहद धीमी गति से आगे बढ़ रही है और ऐसी परियोजनाओं के पूरा होने में देरी हो रही है। इसलिए मंत्री रवींद्र चव्हाण ने मांग की कि जिला कलेक्टर इस कार्य के लिए तत्काल एक नोडल अधिकारी नियुक्त करें और उक्त अधिकारी पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को गति देने की जिम्मेदारी तय करें।
जिला वार्षिक योजना पूर्व समीक्षा बैठक में ठाणे जिले के नवनियुक्त संरक्षक मंत्री और राज्य के आबकारी मंत्री शंभूराज देसाई की अध्यक्षता में ठाणे जिला कलेक्टर कार्यालय में मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और जनप्रतिनिधियों के साथ मीटिंग हुई। इस बैठक में जिले के कई लंबित विकास कार्यों को तेजी से पूरा करने की दृष्टि से चर्चा की गयी। इस अवसर पर मुख्य रूप से लोक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण ने जिले में भूमि अधिग्रहण का अहम मुद्दा उठाया।
14 गांव नवी मुंबई महानगरपालिका को हस्तांतरित
कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका के तहत 14 गांवों को नवी मुंबई महानगरपालिका में स्थानांतरित कर दिया गया है। लेकिन स्थानांतरण पूर्ण होना चाहिए। इन गांवों के जिला परिषद स्कूल पहले ग्रामीण विकास विभाग के तहत काम कर रहे थे, लेकिन अब नवी मुंबई महानगरपालिका के अंतर्गत आएंगे। इससे सभी संबंधित शिक्षकों में अपने संस्थान को लेकर काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। रविंद्र चव्हाण ने कहा कि ऐसे कई प्रतिष्ठानों से जुड़ी तकनीकी दिक्कतों का तत्काल समाधान करना जरूरी है।
जनप्रतिनिधि हमेशा सहयोग की भूमिका निभाएंगे
पहली बार ठाणे जिला संरक्षक मंत्री चुने जाने के बाद सभी जनप्रतिनिधियों के साथ पूर्व समीक्षा बैठक आयोजित कर यह मंच जिले के जन प्रतिनिधियों के लिए विभिन्न लंबित मुद्दों और नियोजित परियोजनाओं आदि को उठाने के लिए बनाया गया था, जो कि जिले के विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह संरक्षक मंत्री के कुशल नेतृत्व में जिले के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है। इस संबंध में चव्हाण ने यह भी बताया कि इस विकास कार्य के लिए आवश्यक धनराशि लाने के लिए ठाणे के सभी जनप्रतिनिधि हमेशा सहयोग की भूमिका निभाएंगे।
ठाणे कलेक्टर राजेश नार्वेकर ने आशा व्यक्त की कि मंत्री रवींद्र चव्हाण का मार्गदर्शन और अनुभव निश्चित रूप से जिले में विभिन्न विकास कार्यों को तेज गति से पूरा करने में लाभकारी होगा। इस बैठक में सांसद श्रीकांत शिंदे, विधायक किसन कथोरे, विधायक गणपति गायकवाड, विधायक कुमार आयलानी, विधायक बालाजी किणिकर, विधायक गीता जैन, विधायक शांताराम मोरे, विधायक रमेश पाटिल, विधायक प्रताप सरनाइक, विधायक संजय केलकर, पूर्व महापौर नरेश म्हस्के सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।